SIP Calculation: हर महीने 6000 रुपये की एसआईपी से 12 साल बाद कितना बनेगा फंड, देखें गुणा गणित
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश के लिए अक्सर लोग एसआईपी का चयन करते हैं। एसआईपी के जरिए आप किस्तों में पैसा निवेश कर सकते हैं। इसलिए एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना आसान हो जाता है। आज हम एसआईपी कैलकुलेशन की मदद से समझेंगे कि 12 साल के लिए हर महीने 6000 रुपये की एसआईपी से कितना फंड बनकर तैयार होगा?
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नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड एसआईपी आज हर कोई करना पसंद करता है। एसआईपी के जरिए आप छोटी किस्तों से भी म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। एसआईपी के जरिए निवेश होने वाली ये छोटी किस्त एक समय में बड़ा फंड तैयार करके दें देती है।
आज हम एसआईपी कैलकुलेशन की मदद से समझेंगे कि 12 साल के लिए हर महीने 6000 रुपये की एसआईपी से कितना फंड बनकर तैयार होगा?
कैलकुलेशन
- निवेश रकम- हर महीने 6000 रुपये
- निवेश रिटर्न- 12 फीसदी
- निवेश अवधि- 12 साल
अगर कोई व्यक्ति 12 साल के लिए हर महीने 6000 रुपये की एसआईपी करता है, तो उसे 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से 19,34,000 रुपये मिलेंगे। इन 12 सालों में आपका मूलधन 8,64,000 रुपये होगा। इसके साथ ही आपका केवल रिटर्न ही 10,70,000 रुपये बन जाता है।
आइए अब उन मिथ्स के बारे में बात करते हैं, जो लोगों के बीच एसआईपी को लेकर पॉपुलर है।
चाहे कुछ भी हो SIP में निवेश नहीं रुकना चाहिए
एसआईपी में हर समय निरंतर निवेश करना संभव नहीं। क्योंकि कई वित्तीय परेशानी लाइफ में आ सकती है। जैसे कोई बड़ा काम करना शादी या घर खरीदना, नौकरी चले जाना इत्यादि।
ऐसे समय में एसआईपी में निवेश करना संभव नहीं हो पाता। इसलिए ऐसी स्थिति में आप एसआईपी कुछ महीनों के लिए रोक सकते हैं। इसके साथ ही कुछ समय के लिए अमाउंट कम या ज्यादा भी कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड एसआईपी किसी भी फिक्स्ड निवेश स्कीम के मुकाबले ज्यादा लचीली है। इसलिए एसआईपी पूरी तरह से खत्म या बंद करने से पहले आप अन्य विकल्प चुन सकते हैं।एसआईपी कितने समय के लिए की जाए, ये आप अपनी जरूरत और सहुलियत के हिसाब से तय करें।
कोई भी फंड है सही
म्यूचुअल फंड में निवेश करते वक्त अक्सर एक और गलती जो निवेशक करते आए हैं कि उन्हें लगता है कि कोई भी फंड उनके लिए सही है। लेकिन म्यूचुअल फंड में मिलने वाला हर फंड हर व्यक्ति के लिए सही नहीं होता। आपको म्यूचुअल फंड चुनते वक्त रिटर्न के साथ कई बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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