SIP Calculation: 10 हजार रुपये की एसआईपी से कब बनेगा 25 लाख का फंड, देखें कैलकुलेशन
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए ज्यादातर एसआईपी का उपयोग किया जाता है। इसमें आप 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि अगर हर महीने 10 हजार रुपये की एसआईपी की जाती है तो कब तक 25 लाख रुपये का फंड बनकर तैयार होगा। आइए इसकी पूरी कैलकुलेशन देखते हैं।

नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड अपने आकर्षक रिटर्न के चलते निवेशकों के बीच काफी पॉपुलर है। इसमें न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी मिल जाता है। एक बेहतर पोर्टफोलियो वहीं है, जिसमें असुरक्षित और सुरक्षित दोनों तरह की स्कीम का मिश्रण हो। असुरक्षित स्कीम के लिए ज्यादातर म्यूचुअल फंड को ही चुना जाता है।
आज हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे कि अगर हर महीने 10 हजार रुपये की एसआईपी की जाती है, तो कब तक आपका 25 लाख रुपये का फंड बनकर तैयार होगा। आइए इसे कैलकुलेशन की मदद से समझते हैं।
कैलकुलेशन
- निवेश रकम- 10 हजार प्रतिमाह
- रिटर्न- 12 फीसदी
अगर कोई व्यक्ति हर महीने 10 हजार रुपये एसआईपी के जरिए निवेश करता है, तो उसे 25 लाख का फंड बनाने में कम से कम 10 से 11 साल का समय लगेगा। 11 साल बाद उसे 27,46,000 रुपये मैच्योरिटी पर मिलेंगे। वहीं इन 11 सालों में मूलधन 13,20,000 रुपये होगा।
अगर 10 साल की बात करें तो इन 10 सालों में मूलधन 12 लाख रुपये होगा। वहीं मैच्योरिटी पर 23,23,000 रुपये मिलेंगे।
पहली बार निवेश करने पर रखें ये ध्यान
रिटर्न के पीछे न भागे
शैली गैंग द्वारा निवेशकों को ये सुझाव दिया है कि उन्हें रिटर्न के पीछे नहीं भागना चाहिए। बल्कि सही एसेट एलोकेशन पर बने रहना चाहिए। अक्सर निवेशक उन एसेट क्लास में निवेश करते हैं, जिन्होंने हाल ही में बेहतर प्रदर्शन किया हो। हालांकि अच्छे रिटर्न के पीछे भागने से आपके पोर्टफोलियो को नुकसान पहुंचता है।
एक अच्छा पोर्टफोलियो वहीं होगा, जिसमें कुछ फंड अच्छा प्रदर्शन कर रिटर्न बढ़ाए और कुछ स्थिर रिटर्न देकर पोर्टफोलियो को कम जोखिम वाला बनाए।
अपने फंड के हिसाब से निवेश अवधि चुने
म्यूचुअल फंड के जरिए आप अलग-अलग फंड में निवेश कर सकते हैं। ये अलग-अलग फंड अलग-अलग अवधि पर अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। क्योंकि इन सभी का स्वभाव अलग होता है। इसलिए फंड के हिसाब से निवेश अवधि का चयन करें।
इमरजेंसी फंड है जरूरी
शैली गैंग ने निवेशकों को ये सुझाव दिया है कि मुख्य निवेश पोर्टफोलियो बनाने से पहले, अपनी मासिक आय का 9-12 महीने का हिस्सा इमरजेंसी फंड के रूप में रखे। अगर आप ऐसा करते हैं तो इमरजेंसी पड़ने पर आपका पोर्टफोलियो खराब नहीं होगा। ऐसा करने पर आप लंबे समय के लिए पोर्टफोलियो मेंटेन रख पाएंगे।
(डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। शेयर बाजार में जोखिम हो सकता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
आप अपने सवाल हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।
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