सर्च करे
Home

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SIP Calculation: 4000 रुपये की एसआईपी से 5 साल बाद कितना बनेगा फंड, देखें कैलकुलेशन

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 09:14 AM (IST)

    आज निवेशक बढ़-चढ़कर म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। इसमें न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। आज हम एसआईपी कैलकुलेशन की मदद से समझेंगे कि 5 साल तक हर महीने 4000 रुपये की एसआईपी से कितना फंड बनकर तैयार होगा?

    Hero Image

    नई दिल्ली। आज निवेशक बढ़-चढ़कर म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। इसमें न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। आज हम एसआईपी कैलकुलेशन की मदद से समझेंगे कि 5 साल तक हर महीने 4000 रुपये की एसआईपी से कितना फंड बनकर तैयार होगा?

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैलकुलेशन 

    • निवेश रकम- 4000 रुपये 
    • निवेश रिटर्न- 12 फीसदी 
    • निवेश अवधि- 5 साल 

    अगर कोई निवेशक 5 साल के लिए हर महीने 4000 रुपये की एसआईपी करता है, तो उसे 3,30,000 रुपये मिलेंगे। इन 5 सालों में केवल मूलधन ही 2,40,000 रुपये बन जाएगा। आपको केवल रिटर्न में 90 हजार रुपये तक मिल सकते हैं। हालांकि ये रिटर्न पूरी तरह से शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। अब समझते हैं कि सैलरी के हिसाब से आपको कितना निवेश करना चाहिए?

    यह भी पढ़ें:- New Rules December 2025: आधार कार्ड, रेपो रेट से लेकर LPG सिलेंडर की कीमत तक क्या-क्या बदला, आपकी जेब पर होगा सीधा असर

     सैलरी के हिसाब से कितना करें निवेश?

    अगर आप एसआईपी या किसी भी स्कीम में निवेश करना चाहते हैं, तो 50:30:20 नियम अपना सकते हैं। आसान भाषा में कहा जाए तो आपको निवेश से पहले सैलरी को सही भागों में बांटना होगा, ताकि खर्चा भी पूरा हो जाए और सेविंग भी आसानी से हो जाए।

    इस फॉर्मूला का इस्तेमाल हम एसआईपी निवेश अमाउंट समझने के लिए करेंगे। इस नियम के अनुसार आपको सैलरी को 50:30:20 रेश्यो में बांटना होगा।

    • 50% अमाउंट आप खर्चों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

    • 30% पैसा आप मनचाही वस्तु या मनोरंजन के लिए उपयोग करना चाहिए

    • 20% आप सेविंग के लिए उपयोग कर सकते हैं।

    चलिए अब इसे एक उदाहरण की मदद से समझते हैं।

    उदाहरण से समझें

    मान लीजिए आपकी सैलरी 30,000 रुपये है। तो 15 हजार रुपये आप जरूरतमंद खर्चों के लिए उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा 30 फीसदी यानी 9000 रुपये मनचाही वस्तु में खर्च कर सकते हैं। इसके साथ ही 20 फीसदी पैसा यानी 6000 रुपये आप सेविंग के लिए उपयोग कर सकते हैं।

    आप चाहें तो सेविंग का ये पूरा अमाउंट एसआईपी में निवेश कर सकते हैं। या फिर 3000 रुपये एसआईपी और 3000 रुपये किसी सुरक्षित प्लेटफॉर्म में निवेश कर सकते हैं। वहीं अगर आप एसआईपी से जितना लंबे समय के लिए निवेश करेंगे, उतना ही मुनाफा होगा।

    (डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड पर दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। म्यूचुअल फंड में जोखिम हो सकता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)




    बिजनेस से जुड़ी हर जरूरी खबर, मार्केट अपडेट और पर्सनल फाइनेंस टिप्स के लिए फॉलो करें