Mutual Fund से पहली बार कर रहे हैं निवेश तो इन बातों का रखें ध्यान; एक्सपर्ट ने क्या बताया?
म्यूचुअल फंड में मिलने वाले आकर्षक रिटर्न के चलते आज हर कोई इसमें निवेश करना चाहता है। अगर आप पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं तो कुछ बातों का आपको खास ध्यान रखना चाहिए। इससे आपके पोर्टफोलियो को बेहतर करने में मदद मिलती है। हमारे एक्सपर्ट ने ऐसे निवेशकों के लिए सुझाव दिए हैं जो पहली बार म्यूचुअल फंड में पैसा लगा रहे हैं।

नई दिल्ली। आज म्यूचुअल फंड निवेश के लिए फेमस प्लेटफार्म बन चुका है। निवेशक ज्यादा रिटर्न की चाहत में अक्सर म्यूचुअल फंड को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करते हैं। म्यूचुअल फंड में न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर भी निर्भर करता है।
अगर आप पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, तो ये लेख आपके लिए है।आज हमारे एक्सपर्ट बताएंगे कि पहली बार निवेश करने पर आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। नीचे दिए गए सुझाव टाटा एसेट मैनेजमेंट की प्रमुख उत्पाद, शैली गैंग द्वारा दिए गए है।
किन बातों का रखें ध्यान
निवेश के पीछे न भागे
शैली गैंग द्वारा निवेशकों को ये सुझाव दिया है कि उन्हें रिटर्न के पीछे नहीं भागना चाहिए। बल्कि सही एसेट एलोकेशन पर बने रहना चाहिए। अक्सर निवेशक उन एसेट क्लास में निवेश करते हैं, जिन्होंने हाल ही में बेहतर प्रदर्शन किया हो। हालांकि अच्छे रिटर्न के पीछे भागने से आपके पोर्टफोलियो को नुकसान पहुंचता है।
एक अच्छा पोर्टफोलियो वहीं होगा, जिसमें कुछ फंड अच्छा प्रदर्शन कर रिटर्न बढ़ाए और कुछ स्थिर रिटर्न देकर पोर्टफोलियो को कम जोखिम वाला बनाए।
अपने फंड के हिसाब से निवेश अवधि चुने
म्यूचुअल फंड के जरिए आप अलग-अलग फंड में निवेश कर सकते हैं। ये अलग-अलग फंड अलग-अलग अवधि पर अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। क्योंकि इन सभी का स्वभाव अलग होता है। इसलिए फंड के हिसाब से निवेश अवधि का चयन करें।
टाटा एसेट मैनेजमेंट की प्रमुख उत्पाद, शैली गैंग बताती है कि
● 1 महीने से कम: ओवरनाइट फंड
● 1-3 महीने: लिक्विड फंड
● 3 महीने-1 वर्ष: मनी मार्केट और आर्बिट्रेज फंड
● 1-3 वर्ष: शॉर्ट-टर्म बॉन्ड और कॉरपोरेट बॉन्ड फंड
● 3 वर्ष से अधिक: इक्विटी, हाइब्रिड और डेट एक्रुअल फंड
इमरजेंसी फंड है जरूरी
शैली गैंग ने निवेशकों को ये सुझाव दिया है कि मुख्य निवेश पोर्टफोलियो बनाने से पहले, अपनी मासिक आय का 9-12 महीने का हिस्सा इमरजेंसी फंड के रूप में रखे। अगर आप ऐसा करते हैं तो इमरजेंसी पड़ने पर आपका पोर्टफोलियो खराब नहीं होगा। ऐसा करने पर आप लंबे समय के लिए पोर्टफोलियो मेंटेन रख पाएंगे।
(डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। शेयर बाजार में जोखिम हो सकता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
आप अपने आईपीओ से जुड़े सवाल हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
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