डायनामिक मार्केट में थीमैटिक म्यूचुअल फंड कैसे है निवेश का पावरफुल तरीका?
थीम में निवेश करते समय भावनाओं के जाल में फंसने से बचने का एक तरीका है थीमैटिक म्यूचुअल फंड में निवेश करना। ये फंड उन बिजनेस में निवेश करते हैं जो स्पेसिफिक हाई-कन्विक्शन ट्रेंड या थीम से जुड़े होते हैं। नके निवेश से संबंधित निर्णय अनुशासित और आंकड़ों पर आधारित होते हैं।

नई दिल्ली। ट्रेंड हर जगह हैं—चाहे फैशन हो, फूड हो, ट्रैवल हो या कल्चर। इन्वेस्टमेंट की दुनिया भी इससे अलग नहीं है। और जिस तरह लाइफस्टाइल के ट्रेंड आते-जाते रहते हैं, उसी तरह इन्वेस्टमेंट के ट्रेंड भी आते हैं, उस पर चर्चा होती है और फिर वो फीके पड़ जाते हैं। इसलिए इन बदलावों पर सक्रिय रूप से नजर रखना और एक रणनीतिक, भावनात्मक दृष्टिकोण के साथ उनमें शामिल होना और बाहर निकलना जरूरी है। यह चीज अवसरों को प्राप्त करने और पीछे छूटने से बचने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
लेकिन ट्रेंड या थीम में निवेश करते समय, ज्यादातर रिटेल निवेशकों को लालच या डर जैसी भावनाओं पर काबू पाना मुश्किल लगता है, खासकर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान। वे या तो बहुत लंबे समय तक निवेशित रहते हैं या बहुत देर से निवेश की शुरुआत करते हैं। उदाहरण के लिए, 1990 के दशक के अंत में, टेक्नोलॉजी और इंटरनेट के शेयर ट्रेंडिंग में थे। इन्वेस्टर्स इन क्षेत्रों में तेजी से निवेश करने लगे और उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ। लेकिन जैसे-जैसे इनमें ज्यादा पैसा आने लगा, वैल्यूएशन फंडामेंटल्स से आगे बढ़ गए।
2013 में आया टेपर टैंट्रम का दौर
हालांकि, रिटेल निवेशकों की गलतफहमी या ज्यादा रिटर्न के लालच ने, उन्हें निवेशित रखा। 2000 के दशक की शुरुआत में जब डॉट कॉम बबल फूटा, तो निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। दूसरी ओर, जब 2013 में टेपर टैंट्रम का दौर शुरू हुआ, तो बाजार में तेज गिरावट और उससे उपजे डर ने निवेशकों को बाजारों से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया। विदेशी मुद्रा के आउटफ्लो से भारतीय रुपये की कीमत बढ़ी, लेकिन इसने फार्मास्यूटिकल्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों में निवेश के अवसर भी प्रदान किए।
निवेश के वक्त किन बातों का रखें ख्याल
थीम में निवेश करते समय भावनाओं के जाल में फंसने से बचने का एक तरीका है थीमैटिक म्यूचुअल फंड में निवेश करना। ये फंड उन बिजनेस में निवेश करते हैं जो स्पेसिफिक, हाई-कन्विक्शन ट्रेंड या थीम से जुड़े होते हैं, जिनके शॉर्ट से मीडियम समय में प्रभावी होने की उम्मीद होती है। थीमैटिक म्यूचुअल फंड को प्रोफेशनल फंड मैनेजरों द्वारा प्रबंधित किया जाता है जो बदलते मार्केट डायनामिक पर लगातार रिसर्च और निगरानी करते हैं। इनके निवेश से संबंधित निर्णय अनुशासित और आंकड़ों पर आधारित होते हैं, जो भय और लालच जैसे भावनात्मक पूर्वाग्रहों से मुक्त होते हैं। इससे रिस्क और रिटर्न ऑप्टिमाइज होता है।
अलग-अलग सेक्टर्स और इन्वेस्टमेंट थीम में अवसरों की तलाश कर रहे निवेशक ICICI Prudential Thematic Advantage Fund (FoF) पर विचार कर सकते हैं। यह फंड ऑफ फंड्स स्पेशलाइज्ड सेक्टोरल और थीमैटिक फंड के पोर्टफोलियो में रणनीतिक रूप से निवेश करता है। 30 जुलाई, 2025 तक, इस फंड ऑफ फंड्स ने एक साल में 8.23% का रिटर्न दिया है। लंबी अवधि में, इसने तीन वर्षों में 20.68% और पांच वर्षों में 26.08% की CAGR के साथ मजबूत प्रदर्शन किया है।
लेखक: विनय कुमार राय, BLISS CAPITAL SERVICES PRIVATE LIMITED
Disclaimer:- इस लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं और जागरण न्यू मीडिया कंपनी के विचारों को नहीं दर्शाते हैं। इसमें दिया गया कॉन्टेंट केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी निर्णय लेने से पहले किसी योग्य वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। जागरण न्यू मीडिया कंपनी जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं देती है और किसी भी वित्तीय परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं है। सभी निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।