PPF vs FD: कौन सा माध्यम है निवेश के लिए सबसे बेहतर और किसमें मिलता है ज्यादा रिटर्न जानें पूरी जानकारी
हमारे देश में आम लोगों के बीच सेविंग और इंवेस्टमेंट के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड और बैंक एफडी सबसे लोकप्रिय और आसान तरीकों में से एक हैं। अभी भी देश में काफी संख्या में ऐसी आबादी है जो इक्विटी और म्यूचुअल फंड में निवेश को जोखिम भरा मानती है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आपमें से कई लोग अक्सर ही सेविंग और इंवेस्टमेंट के बेहतर विकल्पों की तलाश में रहते होंगे। हमारे देश में आम लोगों के बीच सेविंग और इंवेस्टमेंट के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और बैंक एफडी (Bank FD) सबसे लोकप्रिय और आसान तरीकों में से एक हैं। अभी भी देश में काफी संख्या में ऐसी आबादी है जो इक्विटी और म्यूचुअल फंड में निवेश को जोखिम भरा मानती है और सुरक्षित व गारंटीड रिटर्न के लिए निवेश के विकल्पों के रूप में Fixed Deposit(FD) या फिर PPF पर ही अपना भरोसा रखती है। हालांकि, कई सारे लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज़न की स्थिति में रहते हैं कि बचत और निवेश करने के लिए इन दोनों में से कौन सा बेहतर विकल्प है। तो आइये जानते हैं दोनों विकल्पों के बारे में।
Public Provident Fund (PPF)
यह भारत सरकार की योजना है और नौकरीपेशा लोगों के बीच बचत और निवेश करने का एक सबसे लोकप्रिय व सुरक्षित माध्यम है। इसके तहत निवेश करने से ना केवल आपको सरकारी सुरक्षा की गारंटी मिलती है, बल्कि बेहतर ब्याज दर का लाभ भी हासिल होता है। PPF के जरिए मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से टैक्स से मुक्त होता है। PPF स्कीम के तहत आप एक वित्तीय साल में 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। वर्तमान समय में PPF पर सालाना 7.1 फीसद ब्याज का लाभ हासिल होता है। PPF स्कीम EEE यानी एक्जेम्ट, एक्जेम्ट और एक्जेम्ट श्रेणी के तहत आती है। EEE का तात्पर्य है कि आपको इस योजना में निवेश करने पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट मिलता है। इसके अलावा इस स्कीम में निवेश मिलने वाले ब्याज और मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि पर कोई भी टैक्स नहीं देना होता है।
Fixed Deposit(FD) Scheme
Fixed Deposit(FD)के तहत इनवेस्ट करने पर आपको मेच्योरिटी की अवधि तक सेविंग अकाउंट की तुलना में अधिक ब्याज का लाभ मिलता है, जिसे टर्म डिपोजिट भी कहा जाता है। यदि आप पांच साल की अवधि के लिएFixed Deposit कराते हैं तो आपको टैक्स बेनिफिट भी मिलता है। Fixed Deposit एक प्रकार का लिक्विड फंड होता है। इमरजेंसी फंड को भी Fixed Deposit के तौर पर रखा जा सकता है क्योंकि इस पर सेविंग अकाउंट से ज्यादा ब्याज का लाभ हासिल होता है और आप जब अपने अनुसार इसे तोड़ भी सकते हैं।
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