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    Personal Accident Cover: हर किसी के लिए बेहद जरूरी है व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा, जानिए क्या हैं खास बातें

    By Pawan JayaswalEdited By:
    Updated: Sun, 06 Dec 2020 07:19 AM (IST)

    Personal Accident Cover प्रीमियम आपके व्यवसाय और आपके द्वारा चुने गए कवर पर निर्भर है। कुछ नौकरियों को उच्च जोखिम वाले वातावरण और उच्च दुर्घटना संभावित श्रेणी में वर्गीकृत किया जाता है। ऐसी स्थिति में आपकी प्रीमियम राशि सुरक्षित समझी जानी वाली नौकरियों वाले लोगों की तुलना में अधिक होगी।

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    दुर्घटना बीमा के लिए प्रतीकात्मक तस्वीर pc: pixabay

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी का एक प्रकार है, जो आपको आकस्मिक विकलांगता या मृत्यु के कारण होने वाल वित्तीय नुकसान से उबरने में मदद करता है। अगर दुर्घटना के कारण आपके शरीर का कोई अंग ना रहे, तो ऐसे में पॉलिसी आपके परिवार को एकमुश्त राशि प्रदान करती है, जिससे विकलांगता के कारण आए वित्तीय संकट से निपटा जा सकता है। आइए व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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    आइए जानते हैं कि व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी किस प्रकार की दुर्घटनाओं को कवर करती है। जब भी आप दुर्घटना शब्द को सुनते हो, तो आपके दिमाग में सबसे पहले रोड एक्सीडेंट आता होगा। लेकिन एक व्यक्तिगत दुर्घटना कवर अलग-अलग तरह की दुर्घटनाओं को कवर करता है। बाथरूम में फिसलने से लेकर जिम में वर्कआउट करते हुए लगने वाली चोट तक और गैस सिलेंडर ब्लास्ट से लेकर बिजली के झटके तक व पानी में डूबने से लेकर आग लगने से हुई हानि तक सभी दुर्घटनाएं व्यक्तिगत दुर्घटना के अंतर्गत आती हैं।

    आइए अब जानते हैं कि व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी कौन-कौनसी विकलांगताओं को कवर करती है.. जब कवर होने वाली विकलांगताओं के प्रकार की बात आती है, तो इन्हें तीन भागों में बांटा जा सकता है।

    स्थायी कुल विकलांगता

    विकलांगता की इस श्रेणी में वह स्थिति आती है, जिसमें व्यक्ति को गंभीर चोट आती है और शरीर के किसी एक महत्वपूर्ण अंग की लंबे समय के लिए व पूर्ण हानि हो जाती है। इसमें ये स्थितियां शामिल हैं।

    पूर्ण अंधापन

    दोनों हाथों को खो देना

    दोनों टांगों को खो देना

    आवाज का चला जाना

    मानसिक स्थिति को खो देना

    आमतौर पर, पॉलिसी स्थायी पूर्ण विकलांगता की स्थिति में बीमा राशि का 100 फीसद भुगतान करती है।

    स्थायी आंशिक विकलांगता

    इस श्रेणी में व्यक्ति के शरीर के किसी एक अंग या हिस्से की स्थायी हानि आती है। जैसे-

    एक हाथ या एक टांग को खो देना

    सुनने की शक्ति चले जाना

    एक आंख में दृष्टि की हानि

    हाथ की या पैर की उंगली का नुकसान

    इन मामलों में, बीमित राशि के कुछ फीसद का भुगतान किया जाता है। जब आप पॉलिसी खरीदते हैं, तो इन फीसद की एक सूची आमतौर पर सारणीबद्ध होती है व आपको दी जाती है। उदाहरण के लिए, यदि आप दोनों कानों में सुनने की क्षमता खो देते हैं, तो कवर राशि का 75 फीसद भुगतान किया जाता है और यदि आप एक आंख में दृष्टि खो देते हैं, तो कवर राशि का 50 फीसद भुगतान किया जाता है।

    अस्थायी पूर्ण विकलांगता

    यह श्रेणी तब लागू होती है, जब व्यक्ति दुर्घटना के बाद अस्थायी रूप से बिस्तर पर आ जाता है या निश्चल हो जाता है। इन मामलों में, विकलांगता की अवधि के दौरान एक साप्ताहिक भुगतान किया जाता है (आमतौर पर प्रति सप्ताह बीमित राशि का 1 फीसद)। इन तीन श्रेणियों के अलावा, विकलांगता बीमा में दुर्घटना के परिणामस्वरूप मृत्यु का जोखिम शामिल होता है।

    कैसे होती है प्रीमियम की गणना

    प्रीमियम आपके व्यवसाय और आपके द्वारा चुनी गई कवर राशि पर निर्भर है। कुछ नौकरियों को उच्च जोखिम वाले वातावरण और उच्च दुर्घटना संभावित श्रेणी में वर्गीकृत किया जाता है। ऐसी स्थिति में, आपकी प्रीमियम राशि सुरक्षित समझी जानी वाली नौकरियों वाले लोगों की तुलना में अधिक होगी। इसलिए, अगर आप एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, तो आपको एक निर्माण ठेकेदार की तुलना में कम प्रीमियम का भुगतान करना होगा।

    आपको कितना कवर लेना चाहिए

    एक्सपर्ट्स का मानना है कि आपको ऐसा एक कवर लेना चाहिए, जो आपके वार्षिक वेतन का 15-20 गुना हो। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपका परिवार हर स्थिति में आराम से रह सके। उपयुक्त राशि की गणना आपको अपनी सभी मौजूदा और भविष्य की वित्तीय देनदारियों (ऋण आदि) व जिम्मेदारियों (बच्चों की शिक्षा, विवाह), मौजूदा निवेश तथा आपके द्वारा पहले से किये गए बीमा को ध्यान में रखते हुए करनी चाहिए।