बीमा खरीदने का आया सही समय? कैसे 0% GST से आपका प्रीमियम हुआ सस्ता, खरीदारी में दिखा बूम
सरकार द्वारा हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पर GST 0% करने के बाद पॉलिसीबाजार पर ट्रैफिक बढ़ गया है। टर्म इंश्योरेंस की मांग 2.5 गुना और हेल्थ इंश्योरेंस की 2.2 गुना तक बढ़ी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला देश के लिए बड़ी जीत है, क्योंकि इससे लोगों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी और बीमा खरीदने की छिपी हुई मांग अब खरीदारी में बदल रही है।
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हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पर GST को 0% करने के बाद लोग बीमा कराने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
नई दिल्ली। सरकार के ऐतिहासिक फैसले के तहत हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पर GST को 0% करने के बाद, ऑनलाइन इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म पॉलिसीबाजार (Policybazaar) पर अब तक का सबसे ज्यादा ट्रैफिक दर्ज किया गया है।
सितंबर 2025 तक की बेसलाइन तुलना में, प्लेटफ़ॉर्म पर हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस की मांग में कई गुना उछाल देखने को मिला है। यह वृद्धि कोविड काल के दौरान हुई बूम से भी ज़्यादा है।
GST-फ्री नियम लागू होने के बाद टर्म इंश्योरेंस की मांग में 2.5 गुना तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं हेल्थ इंश्योरेंस की मांग 2.2 गुना तक बढ़ी है।
दिलचस्प बात यह है कि यह ट्रेंड सिर्फ शुरुआती दिनों तक सीमित नहीं रहा। नीति में बदलाव के बाद भी यह ग्रोथ जारी है। वर्तमान में हेल्थ इंश्योरेंस की मांग 1.7 गुना, और टर्म इंश्योरेंस की 1.8 गुना बनी हुई है।
भारत में बीमा कवरेज अब भी वैश्विक औसत से कम है। ऐसे में सरकार का यह कदम न केवल उद्योग के लिए राहत लाया है बल्कि करोड़ों परिवारों को वित्तीय सुरक्षा की दिशा में एक ठोस कदम उठाने का मौका भी दे रहा है।
इस पर बोलते हुए, पीबी फिनटेक के ज्वाइंट ग्रुप सीईओ सरबवीर सिंह ने कहा कि, “यह सिर्फ इंडस्ट्री नहीं, बल्कि देश के लिए बड़ी जीत है। इस कदम ने छिपी हुई मांग को वास्तविक खरीद में बदल दिया है। भारत जैसे देश में, जहां अचानक आने वाला खर्च वर्षों की बचत खत्म कर सकता है, यह फैसला परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा। हम सरकार और प्रधानमंत्री मोदी के आभारी हैं जिन्होंने स्पष्ट संदेश दिया है कि हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस अब विलासिता नहीं, बल्कि ज़रूरत हैं।”
Policybazaar ने हमेशा भारत के मध्यम वर्ग की सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है। कंपनी के मुताबिक, उसके मार्केटिंग खर्च का लगभग 85% हिस्सा जागरूकता बढ़ाने पर लगाया गया है। खासकर टर्म और हेल्थ इंश्योरेंस के फायदों को समझाने में।
कंपनी के डेटा बताते हैं कि बीमा खरीदार तीन श्रेणियों में आते हैं।
1. एक्टिव खरीदार
2. टालमटोल करने वाले
3. और अभी निर्णय न ले पाने वाले ग्राहक।
0% GST के बाद इन तीनों ही वर्गों में उल्लेखनीय हलचल देखी गई है। सक्रिय प्लानर्स अब कवरेज बढ़ाने का सही समय मान रहे हैं। टालमटोल करने वालों को कम लागत ने खरीदारी के लिए प्रेरित किया है और अनिश्चित लोगों ने भी बीमा खरीद की दिशा में कदम बढ़ाया है।
त्योहारों के मौसम ने भी इस उछाल को और तेज़ किया है। नवरात्रि, जिसे नई शुरुआत और निवेश के लिए शुभ समय माना जाता है, ने लोगों को अपने परिवार की सुरक्षा में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस साल, GST छूट के साथ यह ट्रेंड पहले से कहीं तेज दिख रहा है।
1. एक्टिव खरीदार
2. टालमटोल करने वाले
3. और अभी निर्णय न ले पाने वाले ग्राहक।
0% GST के बाद इन तीनों ही वर्गों में उल्लेखनीय हलचल देखी गई है। सक्रिय प्लानर्स अब कवरेज बढ़ाने का सही समय मान रहे हैं। टालमटोल करने वालों को कम लागत ने खरीदारी के लिए प्रेरित किया है और अनिश्चित लोगों ने भी बीमा खरीद की दिशा में कदम बढ़ाया है।
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