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घर-दुकान को दें बीमा कवच

हाल ही में उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बरपा प्राकृतिक कहर न जाने कितनों की जिंदगी और रोजी-रोटी के साधनों को मिटा गया। संभव है कि कुछ लोगों ने अपने घर और दुकान का बीमा कराया हो। मगर जो लोग इसे पैसे (प्रीमियम) की बर्बादी मानते हैं उनके लिए यह घटना सबक है। यहां हम घर और दुकानों के लिए बाजार में उपलब्ध पॉलिसियों की चर्चा करेंगे।

By Edited By: Published: Mon, 01 Jul 2013 01:33 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
घर-दुकान को दें बीमा कवच

हाल ही में उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बरपा प्राकृतिक कहर न जाने कितनों की जिंदगी और रोजी-रोटी के साधनों को मिटा गया। संभव है कि कुछ लोगों ने अपने घर और दुकान का बीमा कराया हो। मगर जो लोग इसे पैसे (प्रीमियम) की बर्बादी मानते हैं उनके लिए यह घटना सबक है। यहां हम घर और दुकानों के लिए बाजार में उपलब्ध पॉलिसियों की चर्चा करेंगे।

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-शॉप कीपर्स पॉलिसी:

ज्यादातर साधारण बीमा कंपनियां दुकानदारों के लिए शॉप कीपर्स इंश्योरेंस पॉलिसी की पेशकश करती हैं। यह पॉलिसी दो महत्वपूर्ण जोखिमों को कवर करती है। पहला, दुकान को आग, भूकंप, बाढ़ या अन्य कारणों से होने वाली क्षति और दूसरा, दुकान में चोरी या डाका। दुकान मालिक चाहें तो अतिरिक्त प्रीमियम देकर अतिरिक्त कवर भी ले सकते हैं। जैसे दुकान से पैसों की चोरी, साइनबोर्ड को पहुंचने वाली क्षति, ग्राहकों को दुकान के परिसर में पहुंचने वाली चोट आदि।

-कितना होता है प्रीमियम:

यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अगर कोई दुकानदार 10 लाख रुपये का कवर लेता है तो उसे सालाना मात्र 10 हजार रुपये का प्रीमियम देना होगा। विभिन्न साधारण बीमा कंपनियों की शॉप कीपर्स पॉलिसी की मानक दरें उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। विभिन्न जोखिमों के अनुसार सम एश्योर्ड का चयन करने के बाद नजदीकी शाखा से संपर्क कर पॉलिसी ली जा सकती है। अगर सम एश्योर्ड 20-25 लाख रुपये से अधिक है तो आप किसी इंश्योरेंस ब्रोकर से संपर्क करें। ब्रोकर्स प्रीमियम में अच्छा डिस्काउंट दिला सकते हैं। क्लेम प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

अब बात करते हैं घर के लिए ली जाने वाली पॉलिसी की। यह पॉलिसी हाउस होल्डर्स पॉलिसी के नाम से जानी जाती है।

-हाउस होल्डर्स पॉलिसी:

बाढ़, भूकंप, आग, विस्फोट जैसी वजहों से घर को होने वाले नुकसान यानी घर को दोबारा बनाने में होने वाले खर्च की भरपाई के लिए हाउस होल्डर्स पॉलिसी ली जा सकती है। अगर आप अपार्टमेंट में रहते हैं तो आम तौर पर आपकी सोसायटी बिल्डिंग की संरचना का इंश्योरेंस करवाती है। अगर सोसायटी ने यह पॉलिसी नहीं ली है, तब भी कोई बात नहीं। आप जिस अपार्टमेंट में रहते हैं उसकी संरचना का इंश्योरेंस करवा सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न मूल्यवान सामानों जैसे टीवी, फ्रिज, आभूषण, फर्नीचर आदि के लिए भी बीमा कवर ले सकते हैं। इसका प्रीमियम 10.25 रुपये प्रति लाख से लेकर कुछ सौ रुपये प्रति लाख तक जा सकती है। यह जोखिम कवर पर निर्भर है। अगर नौकर ही मूल्यवान चीजें लेकर चंपत कर जाता है तो बीमा कंपनी उसकी भरपाई नहीं करेगी क्योंकि वह आपके कर्मचारी की श्रेणी में आता है।


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