Health Insurance को लेकर आपके मन में भी है ये 4 मिथक, तो कर दीजिये दूर
health insurance myths दावे के समय बीमाधारक को उपचार के लिए किए गए खर्चों की प्रतिपूर्ति की जाती है। कभी भी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लें तो थोड़ा सोच समझकर लें आप किसी मिथकों के चक्कर में न पड़ें।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। हर व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी होना जरूरी है। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के जरिये पॉलिसीधारक का चिकित्सा व्यय कवर करता है। कोई भी ग्राहक कवरेज का चयन करने के बाद बीमा कंपनी को प्रीमियम का भुगतान करता है। दावे के समय बीमाधारक को उपचार के लिए किए गए खर्चों की प्रतिपूर्ति की जाती है। कभी भी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लें तो थोड़ा सोच समझकर लें, आप किसी मिथकों के चक्कर में न पड़ें।
स्वास्थ्य बीमा और तथ्यों के बारे में कुछ सामान्य मिथक हैं, इन्हें जानिये
Group Health Insurance Plan पर्याप्त है
कंपनियों की ओर से पेश की गई समूह की योजनाएं फायदेमंद हैं, लेकिन वृद्ध माता-पिता और आश्रितों के लिए कवरेज का विस्तार नहीं हो सकता है। पॉलिसीधारक जैसे ही नौकरी छोड़ता है, पॉलिसी अमान्य हो जाती है। इसलिए, समूह स्वास्थ्य बीमा को केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा में ऐड-ऑन के रूप में लिया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य बीमा योजनाएं गर्भावस्था को कवर नहीं करती हैं
कई बीमा कंपनियों ने कुछ शर्तों के साथ, गर्भधारण के लिए कवरेज शुरू कर दिया है। इनमें एक विशिष्ट अवधि की प्रतीक्षा अवधि शामिल है। ऐसा नहीं है, इसलिए ऐसे मिथक से बचें।
सर्जरी से ठीक पहले स्वास्थ्य बीमा योजना खरीद सकते हैं
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में वेटिंग पीरियड के रूप में जाना जाने वाला क्लॉज शामिल होता है। इस क्लॉज के अनुसार, पहले से मौजूद बीमारियों को खरीदे गए प्लान के बाद 2-4 साल (योजना के आधार पर) कवर किया जाता है। इस अवधि के दौरान किसी भी दावे को स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
धूम्रपान करने वालों को स्वास्थ्य बीमा योजना नहीं मिलती है
धूम्रपान करने वाले और शराबी उच्च स्वास्थ्य जोखिम में हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि वे स्वास्थ्य बीमा के लिए अयोग्य हैं। वे भी कुछ कंपनियों के साथ थोड़ा ज्यादा पैसे खर्च करके और सख्त स्वास्थ्य जांच का भुगतान करके स्वास्थ्य बीमा खरीद सकते हैं।