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    Loan देने वाले लगभग 1,100 एप्‍स में से 600 हैं अवैध, कर्ज लेने से पहले ऐसे करें असली की पहचान

    By Manish MishraEdited By:
    Updated: Wed, 17 Aug 2022 03:23 PM (IST)

    Loan Apps वर्तमान में उपलब्ध 1100 उधार देने वाले एप्स में से 600 अवैध एप हैं। अवैध कर्जदाताओं की पहचान करने और उनसे बचने और केवल आरबीआई-पंजीकृत स्रोतों से उधार लेने के लिए डिजिटल रूप से जानकार होने के साथ-साथ वित्तीय जागरूकता भी महत्वपूर्ण है।

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    Loan Apps: Out of about 1,100 apps that give online loans 600 are illegal (PC: pexels.com)

    नई दिल्‍ली, विवेक वेदा। कोविड के दौरान और उसके बाद ऑनलाइन लोन देने वाली फिनटेक कंपनियों और Loan Apps के प्रति कर्ज लेने वालों का रुझान बढ़ा है। मांग में इस वृद्धि से बाजार में कई नई कंपनियों आई हैं, जो लोन और बाय नाउ पे लेटर (BNPL) जैसी सेवाएं उपलब्‍ध करा रही हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की नवंबर 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2017 से 2020 तक डिजिटल लोन में 12 गुना बढ़ोतरी हुई है। इससे एक तरफ जहां वित्तीय रूप से समावेशी वातावरण बनाने में मदद मिली है, वहीं हमने अनैतिक तरीके अपनाने वाले गलत एप्स की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी है। नवंबर 2021 की रिपोर्ट की मानें एप्लिकेशन स्टोर पर भारतीय एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं के लिए वर्तमान में उपलब्ध 1100 उधार देने वाले एप्स में से 600 अवैध एप हैं। इसलिए ग्राहकों के लिए वास्तविक डिजिटल कर्जदाताओं की पहचान के बारे में जागरूक होना जरूरी है।

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    कंपनी का बैकग्राउंड चेक कीजिए

    उधार लेने वाजे को चाहिए कि वह कर्जदाता की साख का पता लगाए और यह सुनिश्चित करे कि कंपनी आरबीआई-पंजीकृत इकाई है, चाहे वह बैंक हो या एनबीएफसी। कर्जदाता चुनते समय ग्राहक रेटिंग और समीक्षाओं का भी उल्लेख कर सकते हैं। यह उधार लेने वाले को कर्जदाता के संचालन की जानकारी देगा और उसके बारे में रिपोर्ट की गई किसी अनैतिक व्यवहार के बारे में पता चल सकेगा।

    इसके अलावा, यह आवश्यक है कि उधारकर्ता सावधानी से पहचान करें कि उसके द्वारा जिससे संपर्क किया जा रहा है वो कर्जदाता है या लोन देने वाला एक प्लेटफॉर्म। कर्जदाता वे होते हैं जो ग्राहकों को सीधे लोन देते हैं। दूसरी ओर, उधार देने वाले प्लेटफ़ॉर्म थर्ड पार्टी चैनल हैं जो उधार लेने वाले और उधार देने वालों को जोड़ते हैं और इन लेनदेन का ध्यान रखते हैं। ये स्वायत्त, विकेन्द्रीकृत (डिसेंट्रलाइज्‍ड) या केंद्रीकृत प्लेटफ़ॉर्म (प्लेटफ़ॉर्म संचालित करने वाले लोगों या कंपनियों का समूह) हो सकते हैं। नवीनतम गूगल दिशानिर्देशों के अनुसार, ऐप स्टोर पर लिस्टिंग में उन सभी पंजीकृत कर्जदाताओं के नामों का उल्लेख होना चाहिए जो संबंधित प्लेटफॉर्म पर लोन दे रहे हैं। इसका पालन न करना संभावित रूप से जोखिमपूर्ण हो सकता है, और लोन लेने वालों को ऐसे प्लेटफार्मों से सावधान रहना चाहिए।

    डेटा की सुरक्षा

    वैध डिजिटल कर्जदाता (Legal Digital Lenders) यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी डेटा स्थानीय रूप से संग्रहीत हैं। ग्राहकों की केवाईसी जानकारी की गोपनीयता अत्यंत महत्वपूर्ण है। डेटा को सेंट्रलाइज्‍ड तौर पर संग्रहीत किया जाना चाहिए। जिम्मेदार कर्जदाता यह सुनिश्चित करने के लिए परामर्श फर्मों के साथ नियमित रूप से सूचना-सुरक्षा ऑडिट करते हैं कि किसी भी आकस्मिक चूक को बहुत ही स्‍मार्ट तरीके से पूरा किया जाता है। कंपनी की वेबसाइट पर गोपनीयता नीति में यह जानकारी होती है और इसे आसानी से देखा और सत्यापित किया जा सकता है।

    व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंच

    सक्षम संचालन और अंडरराइटिंग पद्धति वाले कर्जदाताओं को उपयोगकर्ताओं की फोटो गैलरी या संपर्कों तक पहुंच की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, यदि आवश्यकता होती है, तो उसे गूगल या डिस्ट्रिब्‍यूशन प्लेटफ़ॉर्म के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। जिम्मेदार कर्जदाता इस जानकारी को गोपनीय, सुरक्षित रखते हैं, और इसे थर्ड पार्टी के सामने प्रकट करने से बचते हैं। सही एप्‍स कॉन्‍टैक्‍ट लिस्‍ट या गैलरी एक्सेस की अनुमति नहीं मांगते हैं, और इस तरह धोखाधड़ी की गुंजाइश कम होती है।

    Interest Rate की गाइडलाइंस

    उधार देने वाली संस्थाओं द्वारा तय की गई ब्याज दरें उनकी रिस्‍क पॉलिसी पर आधारित होती हैं। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि कर्जदाता ने ऐप फ्लो में उपयोगकर्ता को सभी शुल्कों का स्पष्ट रूप से खुलासा किया है और उचित ब्रेक-अप के साथ स्वीकृति पत्र में उपयोगकर्ताओं को स्पष्ट रूप से सूचित किया है।

    वेबसाइट की प्रामाणिकता

    किसी कर्जदाता की वेबसाइट पर जाने पर, पृष्ठ पर पैडलॉक आइकन देखें जहां आपसे व्यक्तिगत जानकारी प्रदान करने के लिए कहा जाता है। HTTPS:// वेबसाइटें सुरक्षित होती हैं क्योंकि वे उन पहचान चोरों से सुरक्षित हैं जो व्यक्तिगत जानकारी चुराते हैं और इसे दूसरों को बेचते हैं। एक प्रतिष्ठित कर्जदाता यह सुनिश्चित करके आपको लोन घोटालों से बचाएगा कि आपका डेटा सुरक्षित है और आपकी जानकारी को दूसरों के साथ साझा नहीं की जाएगी।

    लोन देने वाली कंपनी का मुख्यालय या कार्यालय

    जिस ऐप/फिनटेक कंपनी से आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं, उसका एक फिजिकल पता होना चाहिए। यदि आपको कोई वैध फिजिकल पता नहीं मिल रहा है, तो आपको उनसे उधार लेने से बचना चाहिए। कई लोन घोटालेबाज कानूनी नतीजों से बचने के लिए गुमनाम रहना पसंद करते हैं।

    ऋण वसूली की प्रक्रिया

    वैध कर्जदाता यह सुनिश्चित करते हैं कि कर्ज वसूलने वाले एजेंट उचित व्यवहार संहिता के दायरे में कार्य करें और इसलिए नियमित प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करते हैं। गूगल और सोशल मीडिया रिव्यू और रेटिंग की मदद से कोई भी व्यक्ति लोन देने वाले सही एप्‍स की पहचान कर सकता है। पिछली ग्राहक समीक्षाएं उनके अनुभव के बारे में जानकारी देंगी।

    गूगल प्ले स्टोर नियम

    गूगल प्ले स्टोर उन ऐप्स को अनुमति नहीं देता है जो 60 दिनों से कम अवधि के साथ लोन उपलब्‍ध कराते हैं। प्रक्रिया को और अधिक विनियमित और सुरक्षित बनाने के लिए, उधार देने वाले ऐप्स को "व्यक्तिगत ऋण ऐप घोषणा" फॉर्म भरना होता है और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से लाइसेंस जैसे सहायक दस्तावेज प्रदान करना होता है या यह प्रमाण देना होता है कि यह ऐप पंजीकृत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) या बैंकों के लिए एक मध्यस्थ के रूप में सेवा करने वाला केवल एक मंच है। अवैध कर्जदाताओं की पहचान करने और उनसे बचने और केवल आरबीआई-पंजीकृत स्रोतों से उधार लेने के लिए डिजिटल रूप से जानकार होने के साथ-साथ वित्तीय जागरूकता भी महत्वपूर्ण है।

    (लेखक क्रेडिटबी के सह-संस्‍थापक और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

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