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    Gold Investment: त्योहारी सीजन में गोल्ड खरीदने का है प्लान, तो जान लीजिए कौन सा कैरेट है आपके लिए सही?

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 07:21 PM (IST)

    सोना खरीदते समय सबसे बड़ा सवाल यही रहता है कि सोना कितने कैरेट का लें? दुकानदार 24 22 20 या फिर 18 कैरेट के हिसाब से से दाम बताते हैं। अब दिक्कत यह है कि ज्यादातर लोग कैरेट्स में कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर कौन सा कैरेट सबसे शुद्ध है और किस मौके पर कौन सा गोल्ड खरीदना फायदेमंद है। तो चलिए समझते हैं।

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    त्योहारी सीजन में गोल्ड खरीदने का है प्लान, तो जान लीजिए कौन सा कैरेट है आपके लिए सही?

    नई दिल्ली| Gold carat guide: त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी का अलग ही मजा होता है। चाहे निवेश करना हो या फिर ज्वैलरी पहनने का शौक पूरा करना, सोना हर घर में खुशी और परंपरा का हिस्सा बन चुका है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही रहता है कि सोना कितने कैरेट का लें?

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    दुकानदार 24, 22, 20 या फिर 18 कैरेट (22-carat vs 24-carat) के हिसाब से से दाम बताते हैं। अब दिक्कत यह है कि ज्यादातर लोग कैरेट्स में कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर कौन सा कैरेट सबसे शुद्ध है और किस मौके पर कौन सा गोल्ड खरीदना फायदेमंद है। तो चलिए आपके मन में उठने वाले सवालों को एक-एक करके समझते हैं।

    गोल्ड में कैरेट क्या होता है?

    What is carat : कैरेट गोल्ड की शुद्धता मापने की इकाई है,  जो बताता है कि सोना 24 हिस्सों (gold purity percentage) में से कितना शुद्ध है। 24 कैरेट सोना 100 फीसदी शुद्ध होता है। यानी इसमें किसी भी धातु का मिश्रण नहीं होता।

    हालांकि, जैसे-जैसे कैरेट की संख्या घटती है, वैसे-वैसे उसमें तांबा, चांदी और जस्ता जैसी धातुओं की मात्रा बढ़ जाती है। जिसे मिश्र धातु या फिर एलॉय कहते हैं। ये धातुएं गोल्ड को मजबूती देती हैं और उसे अलग-अलग रंग देने के लिए मिलाई जाती हैं। 

    यह भी पढ़ें- Gold Investment: सोने के बिस्किट, सिक्के या फिर ज्वैलरी, निवेश के लिए क्या है सबसे सही?

    कौन सी धातुएं मिलाई जाती हैं और क्यों?

    सोने मे कैरेट के हिसाब से खासतौर पर चार धातुएं मिलाई जाती हैं। जिनमें तांबा, चांदी, जिंक और निकल शामिल होता है। इनके मिलाने के लिए पीछे एक उद्देश्य होता है:

    • कॉपर (तांबा)- सोने को मजबूती देता है और उसका रंग गहरा पीला या हल्का गुलाबी कर देता है।
    • चांदी- सोने में चमक और नरमी लाती है।
    • जिंक- सोने को ढालने (कास्टिंग) में मदद करता है और ताकत बनाए रखता है।
    • निकल/पैलेडियम- खासकर व्हाइट गोल्ड में रंग और मजबूती के लिए मिलाया जाता है।

    धातुएं मिलाने से सोना ज्यादा टिकाऊ बनता है और ज्वैलरी बनाने में आसानी होती है।

    सोना कितना शुद्ध, कहां होता है इस्तेमाल?

    कैरेट शुद्धता मिलावट कहां होता है इस्तेमाल
    24K 99.90% 0.01% निवेश, सिक्के और बार
    22K 91.60% 8.40% शादी-ब्याह और पारंपरिक ज्वैलरी
    20K 83.30% 16.70% टिकाऊ, लेकिन भारत में कम प्रचलित
    18K 75% 25% डिजाइनर, रोज़, व्हाइट/रोज़ गोल्ड ज्वैलरी
    16K 66.70% 33% घड़ियां और आर्ट ज्वैलरी
    14K 58.30% 41.70% रोज़ाना पहनने वाली ज्वैलरी, किफायती
    10K 41.70% 58.30% सस्ता, टिकाऊ लेकिन कम चमकदार

    त्योहारी सीजन में कौन सा गोल्ड खरीदें?

    • निवेश के लिए-  24 कैरेट (सिक्के या गोल्ड बार)।
    • शादी-ब्याह और परंपरा के लिए- 22 कैरेट (मजबूत और शुद्ध दोनों)।
    • फैशनेबल और डिजाइनर ज्वैलरी के लिए- 18 कैरेट (व्हाइट/रोज़ गोल्ड ट्रेंड में है)।
    • कम बजट वालों के लिए- 14 कैरेट या 20 कैरेट (टिकाऊ और सस्ते गहने)।

    क्यों जरूरी है सही कैरेट चुनना?

    सोने के दाम रोज बदलते हैं। 24 कैरेट हमेशा सबसे महंगा होता है और जैसे-जैसे कैरेट कम होता है, दाम भी गिरते हैं। अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो शुद्धता (24K) सबसे अहम है। लेकिन अगर रोजमर्रा में पहनने के लिए ज्वैलरी चाहिए तो मजबूती भी जरूरी है। यानी सही कैरेट का चुनाव आपकी जरूरत पर निर्भर करता है।

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