Gold Investment: क्या है 5-15% वाला 'गोल्डन फॉर्मूला', जो नुकसान से बचाकर बनाता है मालामाल?
Gold Investment: सोना अब एक समझदारी भरा निवेश बन गया है। विशेषज्ञ 5-15% गोल्ड रूल का सुझाव देते हैं, जो आपके निवेश को सुरक्षा देता है। इसके अनुसार, पोर्टफोलियो का 5% से 15% हिस्सा ही सोने में होना चाहिए। गोल्ड ईटीएफ, म्यूचुअल फंड, और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेश के विकल्प हैं। डिजिटल गोल्ड आज के समय में ज्यादा समझदारी भरा निवेश है। बाजार में उतार-चढ़ाव के समय सोना आपके पोर्टफोलियो की रक्षा करता है।
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नई दिल्ली| Gold Investment Rule: सोना... जो कभी शादी-ब्याह या त्योहारों पर खरीदा जाता था, लेकिन अब वही सोना समझदारी भरा निवेश बन चुका है। इस साल गोल्ड ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया है और त्योहारी सीजन में आए दिन ऑल टाइम हाई (Gold Price Today) के आंकड़े को छुआ और निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया। ग्लोबल मार्केट और शेयर बाजार में अनिश्चितता के चलते सोना एक बार फर सेफ इन्वेस्टमेंट बनकर उभरा और लोगों की पहली पसंद बन गया।
लेकिन निवेशकों के मन में अक्सर एक सवाल उठता है कि आखिर अपने पोर्टफोलियो में कितना गोल्ड रखना चाहिए, जिससे नुकसान से बचा जा सके। तो इसे लेकर एक्सपर्ट्स एक गोल्डन फॉर्मूला का सुझाव देते हैं। जिसे 5-15% गोल्ड रूल के नाम से जाना जाता है, जो आपके निवेश को संतुलन और सुरक्षा दोनों देता है। अब सवाल यह भी है कि आखिर 5–15% का रूल क्या बला है? तो चलिए समझते हैं।
क्या है 5-15% का रूल?
5-15% का रूल बताता है कि आपकी कुल निवेश संपत्ति का सिर्फ 5% से 15% हिस्सा ही सोने में होना चाहिए। अगर आप ज्यादा जोखिम ले सकते हैं या शेयर मार्केट में एक्टिव हैं, तो 5% काफी है। वहीं अगर आप स्थिर रिटर्न और सुरक्षा चाहते हैं या रिटायरमेंट के करीब हैं, तो 10-15% तक गोल्ड रखना सही रहेगा।
- फॉर्मूला सिंपल है- गोल्ड अलोकेशन = कुल पोर्टफोलियो × (5% से 15%)
- जैसे अगर आपका पोर्टफोलियो 10 लाख का है, तो 50 हजार रुपए से 1.50 लाख रुपए तक गोल्ड में निवेश सही रहेगा।
सोने की मजबूती किस पर निर्भर?
भारत में गोल्ड की कीमत रुपए की मजबूती या कमजोरी पर भी निर्भर करती है। अक्टूबर 2025 में रुपया ₹88.8 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड लो स्तर पर पहुंचा। जब रुपया गिरता है, तो सोना महंगा होता है। यही वजह है कि बाजार में उथल-पुथल के समय गोल्ड आपके पोर्टफोलियो की रक्षा करता है।
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किस फॉर्म में गोल्ड खरीदना सही?
- गोल्ड ETF या म्यूचुअल फंड: डीमैट अकाउंट वालों के लिए सबसे आसान और डिजिटल तरीका।
- SIP: धीरे-धीरे निवेश बढ़ाने का बेहतर विकल्प।
- Sovereign Gold Bond (SGB): लंबी अवधि के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सबसे बेस्ट है, क्योंकि इसमें हर साल 2.5% ब्याज और मैच्योरिटी पर टैक्स फ्री रिटर्न मिलता है। हालांकि अक्टूबर 2025 तक नई किश्तें जारी नहीं हुई हैं।
टैक्स और टाइमिंग का ध्यान रखें
अगर गोल्ड ETF या फंड को एक साल से ज्यादा रखें, तो उस पर 12.5% लॉन्ग-टर्म टैक्स लगता है। वहीं SGB पर मैच्योरिटी के बाद टैक्स नहीं देना होता, सिर्फ ब्याज इनकम में जुड़ता है। फिजिकल गोल्ड में GST, मेकिंग चार्ज और स्टोरेज की दिक्कतें हैं, इसलिए आज के वक्त में डिजिटल गोल्ड ज्यादा समझदारी भरा निवेश माना जा रहा है।
कैसे अपनाएं 5-15% रूल?
एक साथ सारा पैसा लगाने की जगह एसआईपी (SIP) या चरणबद्ध तरीके से निवेश करें। हर साल एक बार अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें ताकि गोल्ड का हिस्सा तय सीमा से ज्यादा न हो। यही तरीका आपको मार्केट की गिरावट से बचाएगा और लंबे समय में बेहतर स्थिरता देगा।
IBJA पर आज क्या हैं सोने-चांदी के दाम?
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन पर सुबह 24 कैरेट गोल्ड (gold price today) की कीमत 1,20,815 रुपए प्रति 10 ग्राम दर्ज हुई थी, जो शाम होते-होते 1,20770 रुपए हो गई। यानी इसमें 45 रुपए की मामूली कमी देखी गई। इसके अलावा चांदी की कीमतों (silver price today) में गिरावट आई। सुबह चांदी की कीमत 1,49,142 रुपए प्रति किलोग्राम थी, जो शाम को 1,49,125 रुपए हो गई। इसमें सिर्फ 17 रुपए की गिरावट आई।
आपके शहर में आज क्या है सोना-चांदी का भाव?
| शहर | सोना/10 ग्राम | चांदी प्रति किलो | 
| पटना | ₹122,170 | ₹149,670 | 
| जयपुर | ₹122,220 | ₹149,730 | 
| कानपुर | ₹122,270 | ₹149,790 | 
| लखनऊ | ₹122,270 | ₹149,790 | 
| भोपाल | ₹122,370 | ₹149,910 | 
| इंदौर | ₹122,370 | ₹149,910 | 
| चंडीगढ़ | ₹122,240 | ₹149,750 | 
| रायपुर | ₹122,190 | ₹149,690 | 
बता दें कि कल यानी शनिवार को एकादशी (Devuthani Ekadashi 2025) है, और इस दिन से शादियों का सीजन (Wedding season 2025) शुरू हो रहा है, जो दिसंबर तक चलेगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में सोना-चांदी की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल सकती है।

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