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    Economic Survey 2023: फिजिकल और डिजिटल तकनीक से हाइटेक हो रहा भारत, UPI ने लिखी भविष्य की विकास गाथा

    By Sonali SinghEdited By: Sonali Singh
    Updated: Tue, 31 Jan 2023 06:39 PM (IST)

    Economic Survey 2023 आर्थिक सर्वेक्षण 2023 में कहा गया कि फिजिकल और डिजिटल तकनीकों के बीच होने वाले तालमेल ने Digital India और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया है। यह भारत के लिए एक अच्छी बात है। (फाइल फोटो)

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    Economic Survey 2022-23: Physical And Digital Infrastructure Can Make Digital India

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 में कहा गया कि फिजिकल और डिजिटल तकनीकों के बीच होने वाले तालमेल से भारतीय अर्थव्यवस्था विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, तकनीकी रूप से स्मार्ट नियमों पर जोर देना किसी भी डिजिटल समाज का भविष्य है। इसमें सबसे ज्यादा योगदान UPI पेमेंट का रहा। सर्वे में कहा गया है कि डिजिटल इंडिया पर जोर देने के साथ, भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचे और सेवाओं की कहानी को हमेशा दुनिया द्वारा एक निश्चित सम्मान और प्रशंसा के साथ देखा जाएगा।

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    कोविड के दौरान दिखी क्षमता

    डिजिटल सर्विस की क्षमता असल में कोविड के दौरान देखी गई है। इस दौरान स्वास्थ्य सेवा, कृषि, फिनटेक, शिक्षा और कौशल के क्षेत्रों के साथ-साथ UPI का जबरदस्त इस्तेमाल हुआ है। इससे संकेत मिलता है कि भारत में डिजिटल डिलीवरी सर्विस की वजह से आर्थिक क्षेत्रों में व्यापक क्षमता है।

    फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर

    भारत में फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करें तो पारंपरिक सेवाओं और भुगतान प्रक्रियाओं के अलावा को-विन, ई-रुपी, टीआरईडीएस और ओएनडीसी जैसी पहल शामिल हैं। इनकी वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था में नई तकनीक को बढ़ावा मिला है और सरकार डिजिटल इंडिया में होने वाले विकास के साथ तालमेल रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

    डिजिटल हुआ भारत

    सर्वे के मुताबिक, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर मेट्रिक्स में भी जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। 2009 में भारत में केवल 17 प्रतिशत भारतीयों के पास बैंक खाते थे और केवल 15 प्रतिशत डिजिटल भुगतान का उपयोग करते थे। वहीं, हर 25 में से 1 व्यक्ति के पास एक यूनिक आईडी दस्तावेज था और लगभग 37 प्रतिशत के पास मोबाइल फोन थे।

    वर्तमान स्थिति पर नजर डालें तो 2022 में टेलीफोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 93 प्रतिशत तक पहुंच गई है। वहीं, एक अरब से अधिक लोगों के पास एक डिजिटल आईडी दस्तावेज है। बैंकिंग सर्विस का इस्तेमाल भी बढ़ा है। 80 प्रतिशत से अधिक लोगों के पास बैंक खाते हैं और 2022 में खूब डिजिटल लेनदेन किए गए।

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