Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विदेश में भी भारत के केंद्रीय बजट की चर्चा, ब्रिटिश व्यापारियों ने विश्वास-आधारित बजट का किया स्वागत

    Updated: Sat, 01 Feb 2025 11:30 PM (IST)

    केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में बजट पेश किया। इस बजट की चर्चा विदेशों में भी देखने को मिली। आम बजट का ब्रिटेन के व्यापारी और निवेशक समुदाय ने स्वागत किया है। वहीं लुलु समूह के अध्यक्ष यूसुफ अली एम.ए. ने कहा कि बजट भारत की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण क्षण है। बता दें कि केंद्रीय बजट में कई सेक्टर को लेकर एलान किया गया है।

    Hero Image
    ब्रिटिश व्यापारियों ने विश्वास-आधारित बजट का किया स्वागत। (फोटो सोर्स- जागरण ग्राफिक्स)

    पीटीआई, लंदन। आम बजट का ब्रिटेन के व्यापारी और निवेशक समुदाय ने स्वागत किया है। इसमें आर्थिक विकास, निजी निवेश को बढ़ावा देने और विश्वास आधारित आर्थिक ²ष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

    यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूकेआईबीसी) के सीईओ रिचर्ड मैक्कलम ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, कौशल विकास और नीति सुधारों से जुड़ी शर्तों को सरल बनाने पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया गया है।

    आर्थिक वृद्धि और निजी निवेश को बढ़ावा

    मैक्कलम ने कहा कि आर्थिक वृद्धि और निजी निवेश को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने से उत्साहित हूं, क्योंकि हमें विकास को टिकाऊ बनाने, कौशल विकास और उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने के लिए अधिक निजी निवेश की आवश्यकता है। इससे मुक्त व्यापार समझौता वार्ता को लाभ मिलेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने निरीक्षणों और प्रमाणन को सरल बनाने के लिए सुधारों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से विदेशी निवेश से जुड़ी शर्तों को आसान बनाने की वकालत कर रहे हैं।

    आईजीएफ के संस्थापक ने क्या कहा? 

    ब्रिटेन स्थित इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने कहा कि बजट में विनिर्माण और बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करने के साथ वैश्विक निवेशकों के लिए बहुत कुछ है। बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा में वृद्धि को बड़ी खबर बताया।

    आईजीएफ के संस्थापक मनोज लाडवा ने कहा कि विस्तार की चाहत रखने वाली वैश्विक कंपनियों के लिए बड़ा बढ़ावा है। परिवर्तनकारी कर सुधारों का उद्देश्य प्रणाली को सुव्यवस्थित करना और भारत को व्यापार करने के लिए और अधिक आकर्षक बनाना है।

    खाड़ी देशों में रहने वाले भारतीय कारोबारियों ने किया स्वागत

    बजट के कुछ प्रावधान खाड़ी देशों में एनआरआइ द्वारा चलाए जा रहे व्यवसायों के लिए अच्छी खबर लेकर आया है। ग्लोबल मीडिया के संस्थापक और सीईओ भावेश तलरेजा ने कहा कि भारत और जीसीसी देशों के बीच मजबूत आर्थिक और व्यापार संबंधों को देखते हुए खाड़ी क्षेत्र पर संभावित प्रभाव के साथ, विपणन और विज्ञापन उद्योग के लिए अवसर और चुनौतियां दोनों हैं।

    बजट में डिजिटल बुनियादी ढांचे, एआइ नवाचार और 5जी विस्तार पर जोर दिया जाना स्वागत योग्य है। निकाई ग्रुप आफ कंपनीज के संस्थापक और अध्यक्ष पारस शाहदादपुरी ने कहा कि व्यक्तिगत आयकर दरों में कटौती और गैर-करयोग्य आय सीमा को बढ़ाने से मध्यम वर्ग के खर्च करने में वृद्धि होगी, जिससे व्यापक अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा।

    लुलु समूह के अध्यक्ष यूसुफ अली एम.ए. ने कहा कि बजट भारत की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण क्षण है, जो मध्यम वर्ग को बहुत जरूरी बढ़ावा देता है और देश को पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को आगे बढ़ाता है।

    यह भी पढ़ें: भारत बनेगा दुनिया का फूड बास्केट, MSME सेक्टर मजबूत करने की दिशा में भी पहल; जानिए बजट में और क्या एलान हुए

    यह भी पढ़ें: Rail Budget 2025: 200 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण को मंजूरी, रेलवे को 2.52 लाख करोड़ रुपये आवंटित; जानिए और क्या है खास