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    Zomato Target Price: निवेशकों को पसंद नहीं आई जोमैटो की डिलीवरी! मुनाफा बढ़ा, फिर भी शेयर ने लगाया गोता

    Updated: Tue, 14 May 2024 12:30 PM (IST)

    ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने सोमवार को स्टॉक मार्केट बंद होने के बाद अपने तिमाही नतीजों का एलान किया था। कंपनी का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में प्रदर्शन काफी शानदार रहा। इसके बावजूद मंगलवार को बाजार खुलते ही जोमैटो के शेयरों में भारी गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में जोमैटो के शेयर 6 फीसदी तक गिर गए थे लेकिन बाद में इसमें काफी हद तक रिकवरी हुई।

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    जोमैटो ने 175 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने सोमवार को स्टॉक मार्केट बंद होने के बाद अपने तिमाही नतीजों का एलान किया था। कंपनी का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में प्रदर्शन काफी शानदार रहा।

    जोमैटो ने 175 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। वहीं, एक साल पहले समान अवधि में इसे 188 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी के क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit ने भी मार्च 2024 में ऑपरेशनल EBITDA ब्रेक-ईवन हासिल कर लिया।

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    हालांकि, इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद मंगलवार को बाजार खुलते ही जोमैटो के शेयरों में भारी गिरावट आई। शुरुआती कारोबार की बात करें, तो जोमैटो के शेयर 6 फीसदी तक गिर गए थे लेकिन बाद में इसमें काफी हद तक रिकवरी हुई।

    क्या जोमैटो में गिरावट की वजह?

    मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि जोमैटो ने मार्च तिमाही में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। ऐसे में निवेशकों ने रिजल्ट के बाद मुनाफावसूली की होगी, जिससे शेयरों में गिरावट आई। साथ ही, इस वक्त मार्केट काफी अस्थिर है। इस वजह से बहुत से शेयरों में उतार-चढ़ाव दिख रहा है।

    जोमैटो ने एंप्लॉयीज स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) के लिए शेयरहोल्डर्स की इजाजत मांगी है। इसकी लागत 3,500 करोड़ रुपये से अधिक होगी। इस योजना में करीब 18.2 करोड़ शेयर शामिल हैं। इस बढ़ी लागत को भी कुछ मार्केट एक्सपर्ट जोमैटो के शेयरों में गिरावट की वजह मान रहे हैं।

    जोमैटो के शेयर का टारगेट प्राइस 

    ब्रोकर 
    रेटिंग  टारगेट प्राइस
    ICICI सिक्योरिटीज  बाय  300 रुपये
    यूबीएस  बाय  250 रुपये
    CLSA  बाय  248 रुपये
    नुवामा  बाय  245 रुपये
    जेफरीज  बाय  230 रुपये

    ब्रोकरेज का क्या है जोमैटो पर रुख?

    जोमैटो में बिकवाली के बावजूद ज्यादा ब्रोकरेज फर्मों ने स्टॉक पर बुलिश हैं। कुछ ने तो जोमैटो का टारगेट प्राइस भी बढ़ा दिया है। एमके ग्लोबल का कहना है कि जोमैटो का मैनेजमेंट ब्लिंकिट पर काफी फोकस कर रहा है। वह अपने डार्क स्टोर की संख्या को 525 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2025 के आखिर 1,000 तक करने की है।

    नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने भी ब्लिंकिट की मजबूत ग्रोथ और अच्छी संभावनाओं का हवाला देते हुए जोमैटो का टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। इसने जोमैटो की 'Buy' रेटिंग बरकरार रखी है और स्टॉक का टारगेट प्राइस 180 रुपये से बढ़ाकर 245 रुपये कर दिया है। घरेलू ब्रोकरेज ICICI Securities ने भी जोमैटो को 'Buy' दी है। उसने फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के लिए टारगेट प्राइस 300 रुपये का रखा है।

    ब्रोकरेज फर्म CLSA ने भी जोमैटो स्टॉक पर अपनी 'Buy' रेटिंग बरकरार रखी है। इसने भी अनुमान लगाया है कि ब्लिंकिट की वजह से जोमैटो को काफी फायदा होगा। उसने भी जोमैटो के टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 248 रुपये कर दिया है। ग्लोबल ब्रोकरेज सिटी ने भी जोमैटो को 'Buy' रेटिंग दी है।

    यह भी पढ़ें : Zomato Payment ने RBI को सरेंडर किया अपना एग्रीगेटर पेमेंट लाइसेंस, जोमैटो ने क्यों उठाया यह कदम

     

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