ZEE-Sony डील अब आसानी से होगी पूरी, जानिए Invesco ने क्या फैसला किया
Invesco ने Zee के बोर्ड में बड़े बदलाव की मांग की थी। उसकी इस मांग को खारिज करने के बाद ZEE बॉम्बे हाईकोर्ट गई थी और पीठ से स्टे ले लिया था जिसे इनवेस्को ने चुनौती दी ।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क । Zee Entertainment के लिए राहत की खबर है। अमेरिकी निवेश फर्म Invesco ने भारत की Zee एंटरटेनमेंट के शीर्ष प्रबंधन को हटाने की मुहिम छोड़ दी है। वह अब इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं करेगी। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि वह Zee के जापान के सोनी ग्रुप के साथ पहले से प्लान विलय का समर्थन करेगी।
अधिग्रहण नोटिस को वापस लेने का फैसला किया
यह खबर तब आ रही है जब कंपनी Zee एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (Zee) के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में अपनी अपील जीत चुकी है। 1 दिन बाद इनवेस्को डेवलपिंग मार्केट्स फंड (इनवेस्को) ने अपने अधिग्रहण नोटिस को वापस लेने का फैसला किया है, जिसमें Zee के बोर्ड से एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका को हटाने की मांग की गई थी।
एंटरटेनमेंट कंपनी में लगभग 18% हिस्सेदारी
एंटरटेनमेंट कंपनी में लगभग 18% हिस्सेदारी के साथ ZEE में सबसे बड़े शेयरधारक Invesco ने Sony Pictures Networks India (SPN) के साथ ZEE के प्रस्तावित विलय के लिए अपना समर्थन दोहराया।
Zee के शेयरधारकों के लिए काफी संभावनाएं
कंपनी ने कहा कि हमें विश्वास है कि इस सौदे से Zee के शेयरधारकों के लिए काफी संभावनाएं हैं। हम यह भी मानते हैं कि विलय की समाप्ति के बाद नई संयुक्त कंपनी के बोर्ड को काफी हद तक पुनर्गठित किया जाएगा, जो कंपनी के बोर्ड निरीक्षण को मजबूत करने के हमारे उद्देश्य को पूरा करेगा। इन घटनाओं और लेन-देन को सुविधाजनक बनाने की हमारी इच्छा को देखते हुए हमने 11 सितंबर, 2021 की अपनी मांग के अनुरूप ईजीएम को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।
गोयनका और दो अन्य निदेशकों को हटाने की रखी थी मांग
अपने मांग पत्र में निवेशक कंपनी ने Zee के बोर्ड से गोयनका और दो अन्य निदेशकों को हटाने और छह नए स्वतंत्र निदेशकों को शामिल करने पर मतदान करने के लिए शेयरधारकों की एक असाधारण आम बैठक (EGM) आयोजित करने के लिए कहा था। ( Reuters से इनपुट के साथ )
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