19 महीने के निचले स्तर पर थोक महंगाई, मार्च 2021 के बाद पहली बार एकल अंकों में WPI Inflation
WPI Infaltion October 2022 सरकार की ओर से जारी किए गए अक्टूबर के आंकड़ों में थोक महंगाई गिरकर 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। इससे पहले मार्च 2021 में थोक महंगाई एकल संख्या में थी।

नई दिल्ली बिजनेस डेस्क। पिछले कुछ महीनों से महंगाई से जूझ रहे आम लोगों जल्द इससे राहत मिल सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि सरकार की ओर से सोमवार को जारी किए गए थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों में महंगाई लगातार पांचवे महीने कम होकर 8.39 प्रतिशत पर आ गई है। इससे पहले सितंबर में थोक मुद्रास्फीति 10.70 प्रतिशत पर थी। वहीं, अगस्त में ये 12.41 प्रतिशत थी।
बता दें, थोक महंगाई का यह 19 महीनों का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले मार्च 2021 में थोक महंगाई 7.89 प्रतिशत पर थी। इसके साथ ही देश के कोर सेक्टर में महंगाई घटकर 4.6 प्रतिशत रह गई है। सितंबर में यह करीब 7 प्रतिशत थी।
इन वस्तुओं पर कम हुईं महंगाई
मासिक आधार पर तुलना की जाए, तो अक्टूबर में फूड आर्टिकल पर महंगाई गिरकर 8.33 प्रतिशत हो गई है, जो सितंबर में 11.03 प्रतिशत पर थी। सब्जियों पर महंगाई घटकर 17.61 प्रतिशत पर आ गई है, जो कि सितंबर में 39.66 प्रतिशत थी। आलू पर अक्टूबर में महंगाई कम होकर 44.97 प्रतिशत रह गई है, जो कि पिछले महीने 49.79 प्रतिशत थी। प्याज पर महंगाई घटकर -30.02 प्रतिशत हो गई है, जो कि पिछले महीने -20.96 प्रतिशत थी।
इसके अलावा पावर और ईंधन में महंगाई गिरकर 23.17 प्रतिशत पर आ गई है, जो कि पिछले महीने 32.61 प्रतिशत थी। मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स पर महंगाई गिरकर 4.42 प्रतिशत पर आ गई है, जो पिछले महीने 6.34 प्रतिशत थी। हालांकि,अंडे, मीट और फिश पर महंगाई अक्टूबर में 3.97 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले महीने 3.63 प्रतिशत थी।
सरकार और आरबीआई मिलकर कर उठा रहे कदम
पिछले दिनों एक कार्यक्रम में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि सरकार और आरबीआई महंगाई कम करने के लिए लगातार कदम उठा रहे हैं। आरबीआई की ओर से ब्याज दरों को बढ़ाया गया है, जबकि सरकार मे चीजों की आपूर्ति बढ़ाने को लेकर काम किया है।
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