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    चालू वित्त वर्ष में 6.3 प्रतिशत की दर से विकास करेगी भारतीय अर्थव्यवस्था, महंगाई में आएगी गिरावट: वर्ल्ड बैंक

    World Bank की ओर से निकाली गई इंडिया डेपलपमेंट अपडेट रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष के विकास दर के अनुमान को 6.3 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। साथ ही कहा गया कि महंगाई में आगे कमी देखने को मिलेगी। इसके पीछे की वजह सरकार द्वारा कदम उठाना और आपूर्ति का बढ़ना है।

    By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 03 Oct 2023 12:35 PM (IST)
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    वर्ल्ड बैंक ने जीडीपी वृद्धि दर अनुमान को 6.3 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 6.3 प्रतिशत की दर से विकास कर सकती है। इसकी वजह देश में लगातार बढ़ रहा निवेश और घरेलू मांग का बढ़ना है। ये जानकारी मंगलवार को वर्ल्ड बैंक की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में दी गई।

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    भारतीय अर्थव्यवस्था में लचीलापन

    वर्ल्ड बैंक की इंडिया डेपलपमेंट अपडेट (IDU) रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था में लचीलापन बना हुआ है। इस कारण से भारतीय अर्थव्यवस्था में रफ्तार बनी रहेगी।

    महंगाई में आएगी गिरावट

    वर्ल्ड बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया रीजन की ग्रोथ में भारत का हिस्सा सबसे बड़ा होगा। भारत वित्त वर्ष 2023-24 में 6.3 प्रतिशत की दर से विकास कर सकता है।

    महंगाई के मोर्चे पर रिपोर्ट में बताया गया कि खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आ सकती है। सरकार की ओर से उचित कदम उठाए जाने के कारण और आपूर्ति बढ़ने के कारण कीमतों में कमी आएगी।

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    आईबीआई एमपीसी की बैठक

    ब्याज दरों की समीक्षा के लिए होने वाली आरबीआई एमपीसी की द्विमासिक बैठक इस हफ्ते 4 अक्टूबर से लेकर 6 अक्टूबर के बीच होनी है। आरबीआई एमपीसी के फैसलों का एलान 6 अक्टूबर को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा किया जाएगा। इस बार भी माना जा रहा है। आरबीआई की ओर से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा जाएगा।

    महंगाई को कम करने के लिए आरबीआई द्वारा मई 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक रेपो रेट में 2.5 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। इस कारण रेपो रेट 4.00 प्रतिशत से बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गया है।