Wipro के CEO की सैलरी सुनकर उड़ जाएंगे आपके होश, पीछे छूटे इन्फोसिस जैसी कई दिग्गज कंपनियों के सीईओ
आईटी सेक्टर की जानी-मानी कंपनी विप्रो के सीईओ और एमडी थियरी डेलापोर्टे का वेतन इतना है जितना एक छोटी कंपनी का नेट-वर्थ भी नहीं होता है। जी हां विप्रो के सीईओ थियरी डेलापोर्टे का वेतन लगभग 10.51 मिलियन डॉलर (79.8 करोड़ रुपये) है। उनकी सैलरी इस साल काफी बढ़ी है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। विप्रो (Wipro) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) थियरी डेलापोर्टे (Thierry Delaporte's) की सैलरी वित्त-वर्ष 2022 में दस मिलियन डॉलर से भी ज्यादा बढ़ गई है। विप्रो के सीईओ थियरी डेलापोर्टे का वेतन इस वित्त-वर्ष बढ़कर 10.51 मिलियन डॉलर (79.8 रुपये करोड़) हो गया, जो एक बड़ी इनकम को दर्शाता है। आईटी सेक्टर में सेवाएं देने वाली कंपनी ने यूएस सिक्योरिटीज और एक्सचेंज कमीशन के साथ अपनी वार्षिक रिपोर्ट फाइल की थी, जिसमें कंपनी के सीईओ थिएरी डेलापोर्टे की सालाना सैलरी के बारे में पता चला।
कौन हैं थियरी डेलापोर्टे
थियरी डेलापोर्टे ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 8.7 मिलियन (लगभग 64.3 करोड़ रुपये) का वेतन पैकेज प्राप्त किया था। पिछले वित्तीय वर्ष में उनका मुआवजा 6 जुलाई 2020 से 31 मार्च 2021 तक 9 महीने की अवधि के लिए था। थियरी डेलापोर्टे 6 जुलाई 2020 से आईटी कंपनी के सीईओ और एमडी हैं, उन्हें आईटी सेवा उद्योग में 27 वर्षों का अनुभव है। विप्रो में शामिल होने से पहले डेलापोर्टे ने 1995 से कैपजेमिनी में विभिन्न नेतृत्व पदों पर कार्य किया था, जिसमें सितंबर 2017 से मई 2020 तक वे चीफ ऑपरेशन ऑफिसर (सीओओ) के पद पर तैनात थे।
इस बीच विप्रो के चेयरमैन ऋषद प्रेमजी को कुल 1.82 मिलियन डॉलर का मुआवजा मिला, जबकि जतिन प्रवीणचंद्र दलाल को वित्तीय वर्ष 2022 में 1.59 मिलियन डॉलर का पैकेज मिला, जैसा कि दस्तावेज में दिखाया गया है। इसकी तुलना में इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख को वित्त-वर्ष 22 में स्टॉक ऑप्शन समेत कुल 71 करोड़ का पारिश्रमिक (remuneration) मिला, जबकि भारत की टॉप आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश गोपीनाथन को 25.8 करोड़ रुपये का मुआवजा मिला।
मार्च 2022 को समाप्त चौथी तिमाही के लिए विप्रो लिमिटेड ने अपने समेकित लाभ (consolidated profit) में 4% की वृद्धि के साथ 3,092.5 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,974 करोड़ रुपये थी। ऑपरेशन से बेंगलुरु स्थित कंपनी का समेकित राजस्व 28% बढ़कर 16,245 करोड़ रुपये से 20,860 करोड़ रुपये हो गया।
वहीं, पिछली तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन बेसिस प्वाइंट पर 60 आधार अंकों की गिरावट के साथ 17% रहा, जबकि मार्च तिमाही के दौरान आईटी सेवाओं का राजस्व 2,722 मिलियन डॉलर रहा, जो साल-दर-साल (YoY) 26% की वृद्धि को दर्शाता है।
विप्रो को उम्मीद है कि 30 जून को खत्म होने वाली पहली तिमाही में राजस्व 2.74 अरब डॉलर से 2.80 अरब डॉलर के बीच रहेगा। यह 1-3% की क्रमिक वृद्धि को दर्शाता है, जो मार्च तिमाही के लिए निर्देशित 2-4% से कम है।
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