खाना गर्म करने के लिए कांच क्यों है सुरक्षित विकल्प?
खाना गर्म करने के लिए ऐसा ही सुरक्षित विकल्प है बोरोसिलिकेट ग्लास जो आम कांच की तुलना में कहीं बेहतर है। बोरोसिलिकेट कांच के बर्तनों में खाना एक समान रूप से गर्म हो जाता है। प्लास्टिक के विपरीत बोरोसिलिकेट कांच खाने को सुरक्षित रखता है। वैज्ञानिक सिद्धान्तों के अनुसार भी कांच गर्मी को एक समान रूप से फैलाता है ऐसे में यह भोजन की सुरक्षा को बनाए रखता है।

नई दिल्ली, बरनाली शंकर। घर में बने स्वादिष्ट भोजन की बात हो या बचे हुए खाने को गर्म करने की, खाने की सुरक्षा सबसे ज़्यादा मायने रखती है। खाने को ठीक तरीके से गर्म करना बेहद ज़रूरी है, ताकि इसका स्वाद और फ्लेवर बरक़रार रहे, साथ ही खाने में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं। हालांकि खाना गर्म करने के लिए जिन बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है, भोजन की सुरक्षा और गुणवत्ता बहुत कुछ इन बर्तनों पर निर्भर करती है, जिसका हमारे स्वास्थ्य पर भी असर होता है।
खाना गर्म करने के लिए ऐसा ही सुरक्षित विकल्प है बोरोसिलिकेट ग्लास, जो आम कांच की तुलना में कहीं बेहतर है। बोरोसिलिकेट कांच के बर्तनों में खाना एक समान रूप से गर्म हो जाता है। प्लास्टिक के विपरीत बोरोसिलिकेट कांच खाने को सुरक्षित रखता है। वैज्ञानिक सिद्धान्तों के अनुसार भी कांच गर्मी को एक समान रूप से फैलाता है, ऐसे में यह भोजन की सुरक्षा को बनाए रखता है।
खाना गर्म करने के लिए कांच के बर्तनों के फायदों पर ध्यान दें तो हम बताना चाहेंगे कि यह सर्वश्रेष्ठ विकल्प क्यों है। आइए जानें कि जब खाने की सुरक्षा की बात आती है तो कांच को सर्वश्रेष्ठ विकल्प क्यों माना जाता है।
खाना गर्म करने में इस्तेमाल होने वाले बर्तनों की थर्मल विशेषताएं बहुत अधिक मायने रखती हैं, इसके लिए ऐसे बर्तन इस्तेमाल करने चाहिए जो गर्मी को एक समान रूप से फैलाएं, ताकि खाना एक समान रूप गर्म हो। कांच थर्मल कंडक्टर है, ऐसे में यह खाना गर्म करने के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प है।
कांच में गर्मी के एक समान रूप से फैलने की विशेषता
कांच में कुछ खास गुण होते हैं, यह अच्छा थर्मल कंडक्टर है। यानि यह गर्मी को तेज़ी से एक समान रूप से फैला देता है। इसलिए जब आप कांच के बर्तन में रखकर खाने को ओवन या माइक्रोवेव में गर्म करते हैं, तो गर्मी एक समान रूप से पूरे बर्तन में फैल जाती है। जिससे बर्तन में रखा खाना एक समान रूप से गर्म होने लगता है।
प्लास्टिक की तुलना में कांच है सुरक्षित विकल्प
खाना गर्म करने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है, क्योंकि प्लास्टिक में कैमिकल लीचिंग की वजह से हानिकारक पदार्थ खाने में मिल जाते हैं। इसके विपरीत कांच से किसी तरह से रसायन या हानिकार पदार्थ नहीं निकलते, जिससे खाने की गुणवत्ता और सुरक्षा बरक़रार रहती है। प्लास्टिक के बजाए कांच को चुनने से कैमिकल संदूषण का खतरा कम हो जाता है और आप निश्चिंत होकर सुरक्षित भोजन का आनंद उठा सकते हैं।
खाने को दोबारा गर्म करने में समानता बनी रहती है
खाने की सुरक्षा बनाए रखने के लिए उसे दोबारा गर्म करना ज़रूरी होता है, ऐसा तभी हो सकता है कि बर्तन में गर्मी एक समान रूप से फैले और पूरे खाने में से हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं। कांच के एक समान रूप से गर्म होने की वजह से बर्तन में कोल्ड स्पॉट या होॅट स्पॉट नहीं बनते। इसलिए ऐसा नहीं होता कि खाने का कुछ हिस्सा बहुत ज़्यादा गर्म हो जाए जबकि कुछ हिस्सा गर्म ही न हो। कांच में गर्मी एक समान रूप से फैलती है, इसलिए खाना सुरक्षित रहता है और आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं पहुंचता।
कांच है स्थायी और टिकाउ विकल्प
कांच स्थायी और टिकाउ विकल्प है, जो प्लास्टिक की तुलना में पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाता। प्लास्टिक से पर्यावरण प्रदूषण होता है, इसे डिकम्पोज़ होने में सदियां लग जाती हैं, वहीं कांच आसानी से रीसायकल हो जाता है, और इसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। टिकाउ होने के वजह से यह पर्यावरण के अनुकूल है। इसकी वजह से पर्यावरण को खतरा कम हो जाता है और बार-बार रिप्लेसमेन्ट की ज़रूरत नहीं रहती।
इसके अलावा कांच को साफ करना, इसका रखरखाव करना भी आसान होता है। यह नॉन-पोरस और नॉन एर्ब्ज़ार्बेन्ट होता है। इसलिए बचे हुए खाने के खराब होने या इसमें दुर्गंध आने की संभावना नहीं रहती। यह सुरक्षित और हाइजीनिक है। इस तरह कांच के बर्तनों को अपनाकर आप न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण द्वारा हरित एवं स्वस्थ धरती के निर्माण में योगदान दे सकते हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य के भी सुनिश्चित कर सकते हैं।
खाना गर्म करने के लिए कांच, खासतौर पर बोरोसिलिकेट कांच का इस्तेमाल करने से कई फायदे होते हैं। इससे गर्मी एक समान रूप से फैलती है, कोई हॉटस्पॉट या कोल्ड स्पॉट नहीं रहते। कांच न तो टॉक्सिक है न ही रिएक्टिव, ऐसे में यह आपके खाने में प्लास्टिक की तरह हानिकारक रसायन नहीं छोड़ता और खाने को सुरक्षित बनाए रखता है। इसके अलावा कांच स्थायी है, इसे रीसायकल और रीयूज़ किया जा सकता है। ऐसे में यह पर्यावरण के लिए नुकसानदायक भी नहीं है। कांच को अपनाकर आप पूरे आत्मविश्वास के साथ खाने का आनंद उठा सकते हैं, आपको खाने की सुरक्षा, स्वाद या स्वास्थ्य की चिंता बिल्कुल नहीं सताएगी। तो खाने के अनुभव को बेहतरीन एवं सुरक्षित बनाने के लिए कांच के भरोसेमंद एवं पर्यावरण अनुकूल विकल्प को चुनें।
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