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    कौन हैं GNG Electronics के मालिक, जिन्होंने कबाड़ से खड़ी कर दी 1411 करोड़ की कंपनी

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 07:42 PM (IST)

    आजकल E-कचरे की समस्या बढ़ रही है जिससे निपटने के लिए GNG Electronics एक नई पहल कर रहा है। यह कंपनी पुराने इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को रिफर्बिश्ड करके बेचती है और किराए पर भी देती है। फाइनेंशियल ईयर 2025 में कंपनी ने 1411 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया है। GNG Electronics के फाउंडर शरद खंडेलवाल हैं जो ई-कचरा प्रबंधन को पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं।

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    GNG Electronics (इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार) एक नई क्रांति की अगुवाई कर रहा है।

     नई दिल्ली। आज के समय में E-कचरे की भरमार है। हर घर में आपको किसी न किसी रूप में जैसे खराब मोबाइल, स्पीकर, नेकबैंड्स, स्मार्टवॉच जैसे उपयोग न होने वाली चीजें मिल जाएंगी।

    ऐसे में इस तकनीकी दुनिया में जो इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट आपके उपयोग के नहीं हैं या कबाड़ हो चुके हैं उनसे GNG Electronics (इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार) एक नई क्रांति की अगुवाई कर रहा है। और कमाई भी कर रहा है। जो न केवल भारत बल्कि अमेरिका और यूएई में भी अपनी पहचान बना चुका है। इस कंपनी का मिशन ई-कचरे की बढ़ती समस्या का समाधान करना है। कंपनी न सिर्फ रिफर्बिश्ड डिवाइस बेचती है, बल्कि उन्हें किफायती दरों पर किराए पर भी देती है।

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    GNG Electronics फाइनेंशियल ईयर 2025 में 1,411 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया है। जबकि न्यूजाइसा ने केवल ₹65.65 करोड़ कमाए। इसका मतलब है कि जीएनजी ने 21 गुना ज्यादा कमाई की।

    इस समय GNG Electronics IPO की खूब चर्चा हो रही है। यह पिछले दो दिनों में 24 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब भी हो चुका है। ऐसे में हम आज आपको GNG Electronics के फाउंडर शरद खंडेलवाल के बारे में बता हैं। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार की कब और कैसे हुई इसके बारे में भी जानेंगे।

    GNG Electronics की शुरुआत कब हुई 

    इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार ने अक्टूबर 2016 में अपने रिफर्बिशमेंट और रीसेल मॉडल की शुरुआत की थी। कंपनी पुराने लैपटॉप, डेस्कटॉप और आईटी डिवाइसेज को खरीदकर उन्हें नए जैसे रूप में तैयार करती है और बेहद किफायती दामों पर बाजार में उपलब्ध कराती है। इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार को माइक्रोसॉफ्ट, एचपी और लेनोवो जैसी विश्वस्तरीय कंपनियों से "अधिकृत रिफर्बिशर" का दर्जा प्राप्त किया है।

    21 स्टेप क्वालिटी चेक भरोसे की गारंटी

    कंपनी का रिफर्बिशमेंट प्रोसेस बेहद सख्त मानकों पर आधारित है। हर डिवाइस को 21 स्टेप की  क्वॉलिटी चेक से गुजरना होता है। ग्राहक संतुष्टि को प्राथमिकता देते हुए, कंपनी 3 साल की वारंटी, आसान मेंटेनेंस और बायबैक जैसी सुविधाएं भी देती है। इस वर्ष कंपनी ने करीब 3.6 लाख लैपटॉप को नया जीवन दिया, जिससे उनकी उम्र पांच साल तक बढ़ गई।

    GNG Electronics का मालिक कौन हैं?

    GNG Electronics के फाउंडर शरद खंडेलवाल है।  उनका मानना है कि ई-कचरा प्रबंधन हमारी पर्यावरणीय रणनीति का मूल है और वह जिम्मेदारी से उपकरणों की लाइफ साइकल बढ़ा रहे हैं और प्रमाणित रीसायकलर्स के साथ मिलकर पर्यावरणीय जोखिम को कम कर रहे हैं।

    ई-कचरे के खिलाफ एक सशक्त पहल

    संयुक्त राष्ट्र के ग्लोबल ई-वेस्ट मॉनिटर 2020 के अनुसार, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ई-कचरा उत्पादक देश है। साल 2021-22 में भारत में करीब 16 लाख टन ई-कचरा उत्पन्न हुआ, परंतु सिर्फ 5 लाख टन ही प्रोसेस हो पाया।