क्या है FD Laddering स्ट्रैटेजी? युवा से लेकर बुजुर्ग तक बैंक एफडी पर कमा सकते हैं दमदार मुनाफा
What is FD Laddering RBI की ओर से रेपो रेट बढ़ाने के कारण मौजूदा समय में बैंक एफडी पर आकर्षक ब्याज ऑफर कर रहे हैं। ऐसे समय में FD Laddering के जरिए एफडी में निवेश करना अच्छा फैसला साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कि ये स्ट्रैटेजी कैसे काम करती है और आप इसका कैसे फायदा उठा सकते हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत में लोग बड़ी संख्या में बैंक एफडी में निवेश करना पसंद करते हैं। बैंक एफडी में निवेश करने के पीछे एक सबसे बड़ा कराण इसका पूरी तरह से सुरक्षित होना। ज्यादातर लोग एफडी करने के लिए एक ऐसा बैंक खोजते है जो उन्हें अधिक से अधिक ब्याज देता हो।
आज अपनी रिपोर्ट में FD Laddering के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप अपने रिटर्न को और बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में...
FD Laddering क्या है?
FD Laddering के तहत कोई बैंक एफडी एक बार ही में नहीं जाती है, जबकि एक निश्चिचत समय में अलग-अलग टुकड़ों में बैंक एफडी की जाती है। इससे निवेशक को ब्याज दर में उतार-चढ़ाव का सीधा फायदा मिल जाता है और अपना रिटर्न बढ़ाने में मदद मिलती है।
उदाहरण के लिए कोई व्यक्ति 5 लाख रुपये की बैंक एफडी करना चाहता है तो उसे एक-एक लाख रुपये की पांच एफडी एक निश्चित अंतराल पर अलग-अलग करानी चाहिए। इसे FD Laddering कहा जाएगा।
FD Laddering के फायदे
- इससे कम जोखिम लेने वाले निवेशक एफडी पर अधिक से अधिक मुनाफा कम सकते हैं।
- FD Laddering के कारण कुछ अंतराल के बाद आपकी एफडी मैच्योरिटी होती रहेगी। इससे आपको लिक्विडिटी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- इससे आपको ब्याज दर में आने वाले परिवर्तन का फायदा मिलता रहेगा। उदाहरण के लिए आरबीआई ने मई 2022 से रेपो रेट को 2.50 प्रतिशत बढ़ाया है। इस कारण बैंकों ने भी एफडी रेट में इजाफा किया है। अगर आप FD Laddering की मदद से एफडी में निवेश करते तो इस दौरान आपको ब्याज दर में बढ़ोतरी का फायदा मिलता।
- ये एक आसानी निवेश की स्ट्रेटेजी है जो किसी भी आयु वर्ग के लोगों को समझ आ सकती है।
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