हाय तौबा! क्या आप भी CSK, NSE के शेयर खरीदने की सोच रहे, नितिन कामथ की ये चेतावनी हिला देगी
Unlisted Stock Caution: जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामथ ने अनलिस्टेड शेयरों में निवेश के बढ़ते क्रेज को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने इसे 'पागलपन' बताया है और कहा है कि ऐसे शेयरों की असली कीमत का पता नहीं होता, आईपीओ में कीमत कम हो सकती है, और इनमें बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है। कामथ ने निवेशकों को अनलिस्टेड कंपनियों के बजाय म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दी है, क्योंकि वे अधिक सुरक्षित और विनियमित होते हैं।
इस समय अनलिस्टेड बाजार में पैसा लगाने का क्रेज बढ़ रहा है। क्या आप भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) या MSE जैसी अनलिस्टेड (unlisted shares risk) कंपनियों के शेयर खरीदने की सोच रहे हैं। यदि हां तो एक बार जेरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर नितिन कामथ (Nithin Kamath warning) ने जो चेतावनी दी है उसके बारे में जरूर जान लीजिए।
नितिन कामथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके अनलिस्टेड शेयर के बढ़ते क्रेज को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने साफ कहा है कि “यह पागलपन जैसा हो गया है”।
इसके साथ ही कामथ ने एक चौंकाने वाला किस्सा भी बताया। उनका कहना है कि हाल ही में एक वेल्थ मैनेजर Zerodha से एक अनलिस्टेड कंपनी का शेयर खरीदना चाहता था ताकि उसे तुरंत 50% मुनाफे पर रीसेल कर सके। उन्होंने कहा कि NSE, CSK जैसी कंपनियों के अनलिस्टेड शेयरों को लेकर रिटेल निवेशकों में जो पागलपन है, वो बेहद रिस्की और गुमराह करने वाला है।
A wealth manager approached us recently to buy one of our unlisted companies so that he could sell it at a 50% markup immediately. The popularity of some of these unlisted companies, like NSE, MSEI, Chennai Super Kings, among retail investors, etc., is crazy.
— Nithin Kamath (@Nithin0dha) June 27, 2025
Most investors… pic.twitter.com/zqE5GPC5Su
क्या हैं खतरे? नितिन कामथ ने दी ये चेतावनी
1. कीमत का पता नहीं होता
अनलिस्टेड शेयरों की असली वैल्यू तय नहीं होती, अक्सर अनुमान और अफवाहों पर कीमत चढ़ती है।
2. IPO में कीमत कम हो सकती है
HDB फाइनेंशियल का उदाहरण देते हुए कामथ ने बताया कि उसका अनलिस्टेड शेयर ₹1,500 तक बिक रहा था, लेकिन IPO प्राइस ₹700–740 रखा गया। नतीजा ये हुआ कि जिन लोगों ने पहले खरीदा था, उन्हें भारी घाटा हुआ।
3. बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव की बड़ी समस्या
NSE जैसी कंपनियों का IPO सालों से लटका हुआ है। अगर कोई शेयर लिस्ट ही न हो, तो आप उसे बेच भी नहीं सकते।
4. कम बातों का सामने आना
अनलिस्टेड कंपनियां कम जानकारी देती हैं, इसलिए निवेशक अंधेरे में रहते हैं। ऐसे नितिन कामथ की सलाह है कि “Mutual Funds ज्यादा सुरक्षित हैं।”
कामथ का साफ कहना है कि आम निवेशकों को unlisted कंपनियों की बजाय mutual funds में निवेश करना चाहिए, जो न सिर्फ रेगुलेटेड हैं, बल्कि कम जोखिम और बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड भी रखते हैं।
सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल
उनका यह पोस्ट देखते ही देखते 44,000 से ज्यादा व्यूज पार कर गया। कई यूजर्स ने अनलिस्टेड शेयर को हाई रिस्क वाला बताया है।
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