UTI AMC Stake Sale: Axis Bank के शेयरों में 15 जून को हो सकती है बड़ी ब्लॉक डील, रेस में हैं ये कंपनियां
15 जून को कई कंपनियां अपनी हिस्सेदारी बेचने वाला है। इन संस्थाओं के पास यूटीआई एएमसी में हिस्सेदारी है। पहले टाटा कंपनी यूटीआई के साथ डील करने वाली थी। आइए जानते हैं कि कौन-सी कंपनी इस रेस में शामिल हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय स्टेट बैंक , भारतीय जीवन बीमा निगम, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए बोली लगाने वाली हैं। इन चारों संस्थाओं के पास यूटीआई एएमसी में 45.16 फीसदी की हिस्सेदारी है।
आपको बता दें कि पहले ऐसे माना जा रहा था कि टाटा समूह यूटीआई एएमसी में बहुमत हिस्सेदारी खरीदने वाली है, लेकिन उनके बीच सौदा नहीं हो पाया।
यूटीआई एसेट मैनेजमेंट के प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में हुई बढ़ोत्तरी
यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में 59 फीसदी की प्रॉफिट आफ्टर टैक्स बढ़ोतरी की सूचना दी है। कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 54 करोड़ रुपये का पीएटी हासिल किया था। इसकी जानकारी यूटीआई एएमसी ने एक नियामक फाइलिंग में दी है।
इससे पहले 2019 में, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एलआईसी, एसबीआई और बीओबी को यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड में दिसंबर 2020 तक अपनी हिस्सेदारी कम करने के लिए कहा था। म्यूचुअल फंड के लिए सेबी के क्रॉस-होल्डिंग मानदंड कहते हैं कि एक एएमसी के स्पोंसर दूसरे स्पोंसर में 10 फीसदी से अधिक हिस्सा नहीं रख सकते हैं। सेबी के नियमन, 2018 की धारा 7 बी के तहत, बाजार नियामक ने मार्च 2019 तक सभी म्यूचुअल फंडों के नियमों का पालन करना अनिवार्य कर दिया था।
एक्सिस बैंक भी बेच सकता है अपनी हिस्सेदारी
ऐसा माना जा रहा है कि एक्सिस बैंक 26.7 करोड़ डॉलर (करीब 2,190 करोड़ रुपये) तक की हिस्सेदारी बेच सकता है। बैन कैपिटल गुरुवार 15 जून को ब्लॉक डील के जरिए एक्सिस बैंक में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेच सकता है। आपको बता दें कि बैन कैपिटल के पास एक्सिस बैंक की कुल करीब 1.3 फीसदी हिस्सेदारी है।
ब्लॉक डील के लिए ऑफर प्राइस रेंज 964 रुपये से 977.70 रुपये प्रति शेयर के बीच हो सकती है। इससे एक्सिस बैंक के शेयरों के भाव की तुलना में 0 फीसदी से 1.4 फीसदी की छूट मिल सकती है। इस ब्लॉक डील में एक्सिस बैंक में बैन कैपिटल की कुल 1.3 फीसदी हिस्सेदारी के 0.7 फीसदी की बिक्री हो सकती है।