इस मुस्लिम देश में भारत ने लहराया परचम, इस टेक्नोलॉजी से मचाया तहलका; देखते रह गए पाकिस्तान और बांग्लादेश
भारत की डिजिटल पेमेंट सर्विस UPI का डंका अब UAE में भी बोल रहा है। यूपीआई की डिजिटल पेमेंट सर्विस धीरे-धीरे करके विश्व के कई देशों में फैल रही है। कई देश इसे स्वीकार कर चुके हैं। अब यूएई की यात्रा करने के लिए भारतीयों को कैश या कार्ड (UPI in UAE) रखने की भी जरूरत नहीं होगी। पासपोर्ट और मोबाइल के जरिए यात्रा की जा सकेगी।

नई दिल्ली। भारत में बना यूपीआई (UAE) देश के साथ-साथ विदेशों में भी झंडे गाड़ रहा है। यूपीआई की सर्विस अब दुनिया के 7 देशों में उपलब्ध है। इस कड़ी में हालिया देश जिसने यूपीआई सर्विस (UPI in UAE news) को लागू किया है वो संयुक्त अरब अमीरात है। इससे पहले भूटान, फ्रांस मॉरीशस, सिंगापुर, नेपाल और श्रीलंका इसे अपना चुके हैं। अब भारतवासी फोन से ही इन देशों में पेमेंट कर सकते हैं। उन्हें क्रेडिट कार्ड या फिर कैश साथ ले जाने की जरूरत नहीं है। दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत सतीश कुमार सिवन ने कहा कि UPI इंटीग्रेशन की बदौलत भारतीय, क्रेडिट कार्ड या नकदी की आवश्यकता के बिना, केवल एक मोबाइल फोन के साथ दुबई की यात्रा कर सकते हैं।
पाकिस्तान और बांग्लादेश टेक्नोलॉजी के मामले में भारत से बहुत पीछे हैं। भारत ने उन्हें पछाड़ते हुए यूएई समेत कई देशों में यूपीआई को स्थापित कर दिया है।
उन्होंने दुबई में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, "यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI- भारत की रीयल-टाइम, अकाउंट-टू-अकाउंट ट्रांसफर सिस्टम है) के डिजिटल पेमेंट के साथ फुल इंटीग्रेशन के बाद अब NRI भारतीयों और यूएई जाने वाले भारतीय यात्रियों का अनुभव पहले जैसा कभी नहीं रहेगा।"
UPI और AANI की हुई साझेदारी
दुबई में NPCI की इंटरनेशनल ब्रांच एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड ने दुबई में इवेंट का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम के जरिए यूएई में भारत के UPI के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसे विस्तार देने था। इस मौके पर सतीश कुमार सिवन ने कहा कि उन्हें खुशी है कि NIPL, UAE में बिजनेस हाउसेजे, पेमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर और बैंकों के साथ मिलकर यूपीआई को विस्तार देने के लिए मजबूती के साथ काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि साल 2024 में भारत से 55 लाख पर्यटकों ने संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की थी। भारत का UPI और दुबई का AANI डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के इंटीग्रेशन से लेनदेन में एक नई क्रांति आएगी। यह भारत और यूएई के बीच हुई आर्थिक साझेदारी में हुई पहली उपलब्धियों में एक और उपलब्धि होगी।
दुबई में बढ़ रहा है डिजिटल पेमेंट
यूपीआई और एएनआई के एकीकरण से जल्द ही, भारतीय यात्री पासपोर्ट और अपना मोबाइल फोन लेकर यात्रा कर सकेंगे। उन्हें किसी भी प्रकार के कार्ड या फिर कैश की आवश्यकता नहीं होगी। भारतीय यात्रा दिरहम, डॉलर या फिर रुपये के जरिए अपने यूपीआई (UPI payment in UAE) से भुगतान कर सकेंगे।
संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने 2026 तक 90 प्रतिशत डिजिटल लेनदेन हासिल करने का लक्ष्य घोषित किया है। भारत की तरह यूएई में भी तेजी से डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है।
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