Ruble में खरीदारी कर पाएगा भारत, रूस से एक्सपोर्ट की नहीं होगी दिक्कत
भारतीय निर्यातकों के लिए अच्छी खबर आ रही है। निर्यात रुकने को लेकर वाणिज्य और वित्त मंत्रालय के बीच गंभीर विचार-विमर्श चल रहा है। अगर रूबल में पेमेंट हो जाता है तो एक्सपोर्ट नहीं रुकेगा। वर्ष 2021 में दोनों देशों के बीच 11 अरब डालर का कारोबार हुआ था।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। रूस पर अमेरिका और यूरोप की तरफ से कारोबारी प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भारत और रूस के कारोबार पर भी असर होता दिख रहा है। क्योंकि स्विफ्ट मैकेनिज्म में शामिल बैंकों से रूस को भुगतान नहीं किया जा सकता है। ऐसे में, सरकार भारत और रूस के बीच कारोबार को जारी रखने के लिए बीच का रास्ता तलाशने में जुट गई है। ताकि भारतीय कारोबार पर कोई प्रभाव नहीं पड़े।
विदेश व्यापार महानिदेशालय के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 में जनवरी से दिसंबर के बीच भारत ने रूस को 3.33 अरब डालर का निर्यात किया जबकि रूस से इस दौरान 8.5 अरब डालर का आयात हुआ। भारत के हीरा और सनफ्लावर कारोबारियों ने सरकार से रूस से माल मंगाने की व्यवस्था करने की गुजारिश की है।
सूत्रों के मुताबिक वाणिज्य मंत्रालय ने प्रतिबंध के बीच रूस के साथ कारोबार जारी रखने के लिए रुपये और रूबल के मैकेनिज्म को सक्रिय करने की गुजारिश वित्त मंत्रालय से की है। ईरान के साथ भी भारत ने व्यापार करने के लिए इस प्रकार की व्यवस्था की थी। हालांकि फिलहाल डालर के मुकाबले रूबल के मूल्य में भारी गिरावट से सरकार को रूस-रूबल मैकेनिज्म को लागू करने में परेशानी हो सकती है और इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
सूत्रों के मुताबिक वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में रोजाना स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हो रही है। सूत्रों के मुताबिक स्विफ्ट मैकेनिज्म में शामिल नहीं होने वाले बैंक के माध्यम से भी रूस को भुगतान किया जा सकता है। इस विकल्प को भी टटोला जा रहा है। हालांकि यह भी बात सही है कि भारत के अधिकतर बैंक स्विफ्ट मैकेनिज्म का हिस्सा बन चुके हैं। रूस के साथ व्यापार करने वाले व्यापारियों ने बताया कि सभी व्यापारियों के पास महीने-डेढ़ महीने का स्टाक होता है, इसलिए फिलहाल बहुत ¨चता वाली बात नहीं है, लेकिन प्रतिबंध के बीच व्यापार की नई व्यवस्था नहीं करने पर कुछ दिनों के बाद से दिक्कत होने लगेगी।
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