नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। ट्विटर में उथल-पुथल का दौर शायद अपने चरम पर है। मस्क की सख्ती के बाद कर्मचारी नौकरियां छोड़ रहे हैं और एक के बाद एक कंपनी के कई दफ्तर बंद हो रहे हैं। बहुत से कर्मचारियों ने अरबपति कारोबारी एलन मस्क द्वारा दफ्तर से काम करने की समय-सीमा लागू करने के बाद नौकरी छोड़ दी है। इससे बाध्य होकर कंपनी को कई ऑफिस बंद करने पड़े हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) ने एक रिपोर्ट में बताया कि गुरुवार शाम 5 बजे के बाद मस्क ने कर्मचारियों को यह चुनने के लिए समय दिया था कि वे या ट्विटर पर छोड़कर चले जाएं या बने रहें। सैकड़ों ट्विटर कर्मचारियों ने तीन महीने के वेतन के साथ कंपनी छोड़ने का फैसला किया है। ट्विटर ने ईमेल के माध्यम से यह भी घोषणा की कि वह अपने कुछ दफ्तर बंद कर देगा और सोमवार तक कर्मचारी बैज एक्सेस को डिसेबल कर देगा।
मस्क बोलते रहे, लेकिन नहीं रुके कर्मचारी
इस सबके दौरान, मस्क और उनके सलाहकारों ने ट्विटर के उन कर्मचारियों के साथ बैठकें भी कीं जिन्हें कंपनी के लिए "महत्वपूर्ण" समझा गया। उन्हें कंपनी छोड़ने से रोकने की कोशिश भी की गई। कर्मचारियों को मस्क की रिमोट वर्क पॉलिसी को हटाने की वजह समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उन पर कोई खास असर नहीं हुआ। एनवाईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क अपनी धुन में थे, वह बोलते रहे... लेकिन कर्मचारियों के जाने का सिलसिला नहीं रुका।
कुछ कर्मचारियों को सैन फ्रांसिस्को कार्यालय में एक सम्मेलन कक्ष में बुलाया गया था, जबकि अन्य को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कॉल की गई। जैसे ही शाम 5 बजे की समय-सीमा बीत गई, कुछ ने अपने रिपोर्टिंग मैनेजर्स को फोन करना शुरू कर दिया और इस्तीफे की पुष्टि कर दी। एलन मस्क बोलते रहे और कर्मचारी मीटिंग छोड़कर जाते रहे।
क्या विरोधियों को निशाना बना रहे हैं मस्क
पिछले कुछ हफ्तों से मस्क अक्सर सार्वजनिक ट्वीट के जरिए उन लोगों को निकाल रहे हैं जो उनका विरोध कर रहे हैं उनसे असहमत हैं। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि कंपनी को सफल बनाने के लिए उन्हें "बेहद कठोर" होने की जरूरत है। उन्होंने ट्विटर के शेष कर्मचारियों को "एक सफल ट्विटर 2.0" बनाने के लिए कंपनी छोड़ने या 'लॉयल' होने के लिए 36 घंटे दिए थे।
आपको बता दें कि मस्क द्वारा पिछले महीने 44 बिलियन अमरीकी डालर में सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद भारत में 200 से स्टाफ सहित ट्विटर के लगभग 3500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। अब हर जगह इस बात की चर्चा है कि इतनी कम अवधि में इतने सारे कर्मचारियों की छंटनी के बाद क्या ट्विटर ठीक से काम कर पाएगा।
अलग-अलग संदेश
कर्मचारियों को भेजे गए संदेश में मस्क ने कहा था कि स्टाफ को ऑफिस से ही काम करना होगा और अपना अधिकतम समय देना होगा। एनवाईटी की एक रिपोर्ट की मानें तो कर्मचारियों को सुबह, देर रात और वीकेंड में काम करने को भी कहा गया था। मस्क ने ट्विटर की रिमोट वर्किंग के बारे में भ्रामक और अलग-अलग कई संदेश भी भेजे। पहले यह कहा कि सभी ट्विटर कर्मचारियों को सप्ताह में कम से कम 40 घंटे काम करने के लिए ऑफिस आना चाहिए।
कुछ दिनों बाद उन्होंने कहा कि वर्क फ्रॉम होम या रिमोट वर्क की छूट तभी दी जा सकती है, जब रिपोर्टिंग मैनेजर इस बात की जिम्मेदारी ले कि कर्मचारी बेस्ट परफॉर्मेंस दे रहे हैं। मस्क ने कहा था कि कोई भी मैनेजर अगर झूठ बोलता है तो उसे कंपनी से बाहर कर दिया जाएगा।
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