Trump Tariffs ने मचाया हाहाकार, जानिए क्या होता है 'टैरिफ और रेसिप्रोकल टैरिफ’; आप पर कैसे करेगा असर?
बीते दिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इसके बाद से ही आप हर खबर ( Trump Tariffs News) में एक शब्द का नाम जरूर सुन रहे होंगे वो है ‘टैरिफ’। लेकिन ये टैरिफ है क्या और ये हम पर कैसे असर डाल सकता है। आइए ट्रंप टैरिफ के बारे में सब कुछ जानते हैं।

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) आजकल मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए हैं। जहां देखो उन्हीं के टैरिफ की बात हो रही है। लेकिन ये आखिर है क्या? क्या भारतीयों को इसे लेकर चिंता करनी चाहिए। इस टैरिफ ( Trump Tariffs News) से सबसे ज्यादा नुकसान किसे हैं? चलिए समझते हैं।
सबसे पहले हम टैरिफ शब्द के मतलब को समझेंगे।
क्या होता है Tariff?
टैरिफ एक तरह का टैक्स ही है, जो कोई भी देश अपने आयात पर वसूलता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट उस देश की सीमा में बनाए जाएं। वहीं देश के कारीगरों, किसानों और व्यापारियों को किसी तरह का नुकसान न हो।
इसके स्पष्टीकरण के लिए, आइए चीन और भारत का उदाहरण लेते हैं।
उदाहरण से समझें
WITS की वेबसाइट के अनुसार भारत, चीन से ज्यादातर वस्तुओं पर 30 फीसदी टैरिफ वसूलता है। मान लीजिए चीन भारत को कोई वस्तु बेचना (निर्यात) चाहता है, तो भारत उस वस्तु को खरीदने (निर्यात) के लिए उस पर टैरिफ वसूलेगा।
टैरिफ एक तरह से निर्यात-आयात पर लगने वाला टैक्स ही है। अब भारत टैरिफ (टैक्स) इसलिए वसूल रहा है, ताकि बड़े-बड़े व्यापारी कम वस्तु अन्य देशों से खरीदे और ज्यादा- ज्यादा चीजें भारत में ही बने। इससे भारत में रोजगार पैदा होगा और छोटे कारीगरों के हितों की रक्षा होगी।
इस तरह से वो देश Trade Deficit को भी बनाए रखेगा। अब अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ के बारे में बात करते हैं।
क्या है रेसिप्रोकल टैरिफ?
अमेरिका के राष्ट्रपति का कहना है कि कई देश उनसे कई गुना तक टैरिफ वसूलते हैं। उन्होंने मीडिया में एक बयान में भारत की ज्यादा टैरिफ लेने पर आलोचना की थी। डोनाल्ड ट्रंप की मानें तो उन देशों पर ये रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया गया है, जो उनसे लंबे समय से अधिक मात्रा में टैरिफ वसूल रहे हैं। रेसिप्रोकल टैरिफ इसलिए क्योंकि ये एक तरह से सामने वाले देश के टैरिफ के बदले टैरिफ है। ऐसे भी समझ सकते हैं कि टैक्स के बदले टैक्स।
क्या होता है FTA?
अब आपने फ्री ट्रेड एग्रीमेंट का नाम तो सुना होगा। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट का अर्थ है कि जो भी देश इस एग्रीमेंट के तहत हस्ताक्षर करेंगे, वे एक-दूसरे से ट्रेड करने पर किसी भी तरह टैक्स नहीं वसूलेंगे। हाल ही में इंडिया और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर चर्चा में आया था।
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