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    Tracxn Report: जनवरी-मार्च 2023 में एक भी नया यूनिकॉर्न नहीं, पिछले साल पहली तिमाही में थे 14 स्टार्टअप्स

    By Sonali SinghEdited By: Sonali Singh
    Updated: Tue, 11 Apr 2023 07:12 PM (IST)

    Unicorn Report In January March 2023 ग्लोबल डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन की रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक 2023 की पहली तिमाही में कोई नया यूनिकॉर्न देखने को नहीं मिला है। वहीं पिछले साल इस दौरान 14 स्टार्टअप्स ने यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया था।

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    New Unicorn iIn January And March 2023, See Full Detail

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। जनवरी से मार्च 2022 के दौरान 14 स्टार्टअप्स ने यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया था, लेकिन 2023 की पहली तिमाही में एक भी नया यूनिकॉर्न नहीं बन सका। इसका प्रमुख कारण फंडिंग में गिरावट है। ग्लोबल डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन ने अपनी नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

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    मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, 2023 की पहली तिमाही में भारतीय स्टार्टअप्स ने कुल 2.8 अरब डॉलर का फंड जुटाया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 11.9 अरब डॉलर की तुलना में 75% कम है। रिपोर्ट में फंडिंग में गिरावट का कारण बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों में वृद्धि को बताया गया है।

    ‘Tracxn Geo Quarterly Report: India Tech - Q1 2023’ के अनुसार लेट-स्टेज फंडिंग 1.8 अरब डॉलर की हुई जो 2022 की पहली तिमाही की तुलना में 79% कम है। इसी तरह अर्ली-स्टेज फंडिंग 68% गिरावट के साथ 84.4 करोड़ डॉलर रह गई। सीड फंडिंग राउंड में 15.3 करोड़ डॉलर की फंडिंग हुई जो 2022 की चौथी तिमाही से 16% कम है।

    इस तिमाही में फोनपे, लेंसकार्ट, मिंटीफाई, इंश्योरेंस देखो, फ्रेशटूहोम फूड्स, टीआई क्लीन मोबिलिटी और क्रेडिटबी जैसी कंपनियों को मिलाकर नौ राउंड की फंडिंग 10 करोड़ डॉलर से ज्यादा की हुई। फोनपे ने 2023 की पहली तिमाही में एक से अधिक सीरीज डी राउंड में कुल 65 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इससे कंपनी की वैल्यूएशन 12 अरब डॉलर हो गई है। लेंसकार्ट ने 4.5 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के नेतृत्व में सीरीज जे राउंड में 50 करोड़ डॉलर जुटाए।

    इस तिमाही फिनटेक, रिटेल और एंटरप्राइज एप्लीकेशन फंडिंग के मामले में अग्रणी क्षेत्र रहे। फिनटेक सेगमेंट में 2022 की चौथी तिमाही की तुलना में 150% की फंडिंग वृद्धि देखी गई, हालांकि यह 2022 की पहली तिमाही की तुलना में 51% कम रहा।पिछली तिमाही में अधिग्रहण के 46 सौदे हुए, जबकि पिछले साल जनवरी-मार्च के दौरान 43 अधिग्रहण सौदे हुए थे। एनर्जी मैनेजमेंट सॉल्यूशन कंपनी ग्राम पावर का स्क्वायर्ड कैपिटल ने 10 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण किया। इस तिमाही रोबू लैब्स, मार्स कैपिटल और होम्सफाई आईपीओ लेकर आईं।

    स्थान के आधार पर देखें तो बेंगलुरु फंडिंग मामले में शीर्ष पर रहा। उसके बाद दिल्ली और मुंबई क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। 43% फंडिंग बेंगलुरु में, 20% दिल्ली में, 11% गुड़गांव में और 10% मुंबई में तथा 16% अन्य शहरों में हुई। टेक स्टार्टअप में निवेश करने वाले यूनिक विदेशी संस्थागत निवेशकों की संख्या भी कम हुई है। यह 2022 की पहली तिमाही में 391 थी, जो इस साल जनवरी-मार्च में 74 रह गई। दिसंबर तिमाही में विदेशी निवेशकों की संख्या 138 थी।

     

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