आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की इन सात स्कीम ने दिया बंपर रिटर्न, बेंचमार्क से 14 गुना ज्यादा हुआ मुनाफा
बाजार की अस्थिरता को देखते हुए इन दिनों 7 से 13 फीसदी तक रिटर्न बहुत अच्छा माना जाएगा। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की इन 7 स्कीम्स ने उथल-पुथल के इस दौर में भी काफी बेहतर रिटर्न दिया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पिछले एक साल में भारतीय बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा। विदेशी निवेशकों की बाजार से निकासी, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध और साथ ही बढ़ती महंगाई ने पूरी दुनिया के शेयर बाजारों को चपेटे में ले लिया। भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) बात करें तो बीएसई के सेंसेक्स ने इस दौरान महज 1.41 फीसदी का रिटर्न दिया। जबकि इसी दौरान कुछ स्कीम ऐसी हैं, जिन्होंने उम्मीद से कहीं अधिक मुनाफा दिया। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) इनमें से एक है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की 7 स्कीमों ने 14 से 20 फीसदी का रिटर्न दिया। यानी इसने बेंचमार्क की तुलना में निवेशकों को 14 गुना तक ज्यादा मुनाफा पहुंचाया है। प्रॉफिट मार्जिन के 13 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की जिन स्कीमों ने एक साल में 14 से 20 फीसदी का रिटर्न दिया है, उसमें भारत कंजम्प्शन फंड, इक्विटी एवं डेट, मल्टी असेट, रिटायरमेंट प्यूर इक्विटी फंड और एफएमसीजी फंड शामिल हैं। म्यूचुअल फंड सलाहकारों के बीच इस फंड हाउस की छवि कुछ इस तरह की बन गई है कि इसकी रणनीति स्कीम को कम रिटर्न देने से रोकने की होती है। पिछले एक साल से इस फंड हाउस ने वैल्यू रणनीति का पालन किया है।
अनिश्चितता के दौर में निश्चित रिटर्न
इस दौरान आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की कई स्कीम ने 7 से 13 फीसदी तक रिटर्न दिया है। इसमें लार्ज एंड मिड कैप, इंडिया अपोर्च्युनिटीज फंड, डिविडेंड यील्ड इक्विटी फंड, वैल्यू डिस्कवरी फंड और एमएनसी फंड ने कैटेगरी की तुलना में ज्यादा रिटर्न दिया है। फंड हाउस के मुख्य निवेश अधिकारी एस नरेन कहते हैं, "हमारा फैसला सही साबित हुआ है। हम पावर और ऊर्जा में अधिक निवेश कर चुके हैं। हमने एफएमसीजी में निवेश किया, जबकि मेटल में अपने निवेश को कम किया। हम अभी भी निवेशकों को एसआईपी और एसटीपी के निवेश में की सलाह दे रहे हैं। हम लगातार उन स्कीमों में निवेश की सलाह देंगे जो अलग-अलग असेट क्लास की हैं।
इस रिटर्न के पीछे स्थिर निवेश की प्रक्रिया अपनाने की रणनीति है। फंड ने उन नामों से दूरी बनाई, जो उनके फ्रेमवर्क के अनुसार नहीं थे। भारत अभी भी दुनिया के बाजारों में ज्यादा मजबूत है। निकट समय का नजरिया अनिश्चतता और उतार-चढ़ाव वाला हो सकता है।