नई दुनिया को एक नई रणनीति की जरूरत है, जानिए क्या है Conglomerate Theme, उठाएं इसका फायदा
कॉन्ग्लोमेरेट्स इसकी सबसे बड़ी ताकत डायवर्सिफिकेशन है। सिंगल-सेक्टर कंपनियों के विपरीत, जो एक ही जियोग्राफी या सप्लाई चेन तक सीमित होते हैं, कॉन्ग्लोमेरेट्स पूरी इंडस्ट्री में काम करते हैं, वो भी मजबूत घरेलू आधार के साथ।
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निवेश के लिए नई रणनीति की जरूरत
नई दिल्ली। विश्व में सबकुछ अच्छा हो, देशों की अर्थव्यवस्थाएं आगे बढ़े और व्यापार फले-फूले, इसके लिए जरूरी है कि सप्लाई चेन में रुकावट न हो तथा फ्री ट्रेड और ऑपन मार्केट की पूरी सुविधा हो। आज का परिदृश्य बिल्कुल अलग दिखता है। बढ़ते टैरिफ, सप्लाई चेन में व्यवधान, जियोपॉलिटिकल तनाव और क्षेत्रीय संघर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था को नया रूप दे रहे हैं। बिजनेस के लिए ऐसा माहौल अनिश्चितता और अवसर दोनों पैदा करता है। ऐसे समय में, कॉन्ग्लोमेरेट्स फायदेमंद हो सकते हैं।
इसकी सबसे बड़ी ताकत डायवर्सिफिकेशन है। सिंगल-सेक्टर कंपनियों के विपरीत, जो एक ही जियोग्राफी या सप्लाई चेन तक सीमित होते हैं, कॉन्ग्लोमेरेट्स पूरी इंडस्ट्री में काम करते हैं, वो भी मजबूत घरेलू आधार के साथ। यदि वैश्विक व्यापार सी जुड़ी बाधाएं किसी बिजनेस के निर्यात को प्रभावित करती हैं, तो डोमेस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर या कंज्यूमर डिमांड जैसे क्षेत्र में ग्रोथ से संतुलन स्थापित हो सकता है। यह मल्टी-इंजन स्ट्रक्चर बाहरी अस्थिरता की वजह से होने वाली हानि को कम कर सकती है।
कॉन्ग्लोमेरेट्स की वित्तीय समझ से मिलता फायदा
कॉन्ग्लोमेरेट्स को अपनी गहरी वित्तीय समझ की वजह से भी फायदा मिलता है, जिससे उन्हें सप्लाई चेन का स्थानीयकरण करने और डोमेस्टिक कैपेसिटी में निवेश करने में मदद मिलती है। कई समूह बैकवर्ड या फॉरवर्ड इंटीग्रेशन का प्रयास करते हैं, जिससे उन्हें अपनी वैल्यू चेन पर अधिक नियंत्रण मिलता है और एक्सटर्नल वेंडर पर निर्भरता कम होती है।
चाहे रिन्यूएबल एनर्जी हो या सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, बड़े ग्रुप महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रहे हैं। बदलती वैश्विक और घरेलू प्राथमिकताओं के साथ व्यावसायिक रणनीतियों में बदलाव करने से लगातार प्रासंगिकता सुनिश्चित होती है।
इसका एक और फायदा वैश्विक अस्थिरता के दौर में दिखाई देता है। स्केल, स्ट्रांग क्रेडिट रेटिंग और कैपिटल तक एक्सेस होने की वजह से कॉन्ग्लोमेरेट्स तनावपूर्ण परिस्थितियों में अवसरों का लाभ उठा सकते हैं। चाहे कमजोर कंपनियों का अधिग्रहण करना हो, नई टेक्नोलॉजी में निवेश करके हो या बाधित आयातों की जगह लेने के लिए लोकल इकोसिस्टम का निर्माण करके हो।
निवेशकों के लिए यह स्थिति सुविधाजनक है, जो कॉन्ग्लोमेरेट्स को एक आकर्षक लॉन्ग टर्म थीम बनाती है। ये न केवल नुकसान से निपट सकते हैं, बल्कि अक्सर इसका उपयोग अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए भी कर सकते हैं। कॉन्ग्लोमेरेट फंड इस तरह का सिंपल और डायवर्सिफाई फायदा देता है। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, यह व्यवसायों में निवेश करने का एक आकर्षक अवसर है। ये न केवल बेहतर तरीके से व्यवधान का सामना करता है, बल्कि उसे लॉन्ग टर्म वैल्यू क्रिएशन में भी बदल देता है।
निवेशक ICICI Prudential Conglomerate Fund द्वारा हाल ही में लॉन्च किए गए ICICI Prudential Conglomerate Fund पर विचार कर सकते हैं। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह फंड अलग-अलग सेक्टर्स और मार्केट कैपिटलाइजेशन में निवेश करने की सुविधा देता है। यह नया फंड ऑफर (NFO) 3 अक्टूबर, 2025 से 17 अक्टूबर, 2025 तक खुला रहेगा।
Disclaimer:- इस लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं और जागरण न्यू मीडिया कंपनी के विचारों को नहीं दर्शाते हैं। इसमें दिया गया कॉन्टेंट केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी निर्णय लेने से पहले किसी योग्य वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। जागरण न्यू मीडिया कंपनी जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं देती है और किसी भी वित्तीय परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं है। सभी निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं।
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