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    Tata Group के आगे पूरा पाकिस्‍तान साबित हुआ बौना, पड़ोसी देश की GDP से भी ज्‍यादा हुआ कंपनी का मार्केट कैप

    Updated: Mon, 19 Feb 2024 01:47 PM (IST)

    टाटा समूह का मार्केट कैपिटलाइजेशन पाकिस्तान की कुल इकोनॉमी से अधिक है। टाटा समूह का एमकैप फिलहाल 365 बिलियन डॉलर है। बात करें पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था कि तो आईएमएफ के मुताबिक उसकी जीडीपी अभी करीब 341 बिलियन डॉलर की है। टाटा समूह की कंपनियों ने बीते एक साल में शानदार प्रदर्शन किया है जिसके चलते उसकी कई कंपनियों की संपति दोगुना हो गई है।

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    टाटा ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइजेशन अभी 365 बिलियन डॉलर है।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। Tata Group का मार्केट कैपिटलाइजेशन पाकिस्तान की कुल अर्थव्यस्था से अधिक हो गया है। टाटा ग्रुप की कंपनियों पिछले एक साल में उसे दमदार रिटर्न दिया है। उसका मार्केट कैपिटलाइजेशन अभी 365 बिलियन डॉलर है। 

    बात करें पाकिस्तान के इकोनमी के साइज की तो आईएमएफ (इंटरनेशन मॉनेटरी फंड) के मुताबिक, उसकी जीडीपी अभी करीब 341 बिलियन डॉलर की है। वहीं, टाटा ग्रुप की एक और कंपनी टाटा कन्सलटेंसी की मार्केट वैल्यू 170 बिलियन डॉलर है, जो पाकिस्तान के इकोनमी साइज का करीब आधा है। यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है।

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    दमदार रिटर्न दे रही टाटा समूह की कंपनियां

    पिछले एक साल में टाटा ग्रुप की कंपनियां - Tata Motors, Titan, TCS और Tata Power ने दमदार परफॉर्मेंस किया है, जिसके चलते इनके मार्केट कैपिटल में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। टाटा ग्रुप की कंपनियों की संपति एक साल में दोगुना बड़ी है।

    टाटा के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में TRF, Trent, Benaras Hotels, Tata Investment Corporation, भी शामिल है। बता दें कि टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Capital अगले साल IPO लाने की प्लानिंग कर रही है। अभी कंपनी की मार्केट वैल्यू 2.7 लाख करोड़ रुपये की है।

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    मुश्किल हालात में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था

    पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसमें 6.1 प्रतिशत और 2021 में 5.8 फिसदी की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, वित्त वर्ष 2023 में गिरावट का अनुमान है। बाढ़ के चलते पाकिस्तान को अरबों डॉलर की क्षति हुई है, जिसके चलते उस पर करीब 125 अरब डॉलर का कर्ज चढ़ा हुआ है।

    पाकिस्तान की कोशिश है कि वह जुलाई तक 25 अरब डॉलर के कर्ज का भुगतान करना चाहता है। लेकिन उसकी मुश्किल यहीं कम नहीं होती है। आईएमएफ के मुताबिक, उसका विदेशी मुद्रा भंडार 8 अरब डॉलर ही बचा है।

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