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    क्रेडिट कार्ड खर्च में उछाल: जनवरी 2025 में 1.84 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन, UPI का दबदबा बरकरार

    Updated: Wed, 26 Feb 2025 04:39 PM (IST)

    जनवरी 2025 में क्रेडिट कार्ड खर्च 10.8% बढ़कर ₹1.84 लाख करोड़ हुआ। एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक के उपभोक्ताओं ने सबसे अधिक खर्च किया। पांच सालों में क्रेडिट कार्ड की संख्या 10.8 करोड़ हो गई। यूपीआई डिजिटल भुगतान में 83% हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे है। 2018 से 2024 के बीच यूपीआई लेनदेन 17221 करोड़ तक पहुंच गया जिससे पारंपरिक पेमेंट सिस्टम का यूज घटा है।

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    क्रेडिट कार्ड की संख्या पिछले पांच वर्षों में दोगुनी से अधिक बढ़कर 10.8 करोड़ हो गई।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। जनवरी 2025 में क्रेडिट कार्ड के जरिए उपभोक्ताओं ने 1.84 लाख करोड़ रुपये खर्च किए। यह पिछले साल की तुलना में 10.8% अधिक है। हालांकि, डिजिटल पेमेंट के मामले में यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट सिस्टम) का दबदबा बना हुआ है। यह करीब 83 फीसदी की पसंदीदा ऑनलाइन पेमेंट का तरीका है। आइए क्रेडिट कार्ड और यूपीआई के चलन का पूरा लेखाजोखा जानते हैं।

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    HDFC और ICICI बैंक का दबदबा

    • HDFC बैंक के क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं ने 50,664 करोड़ रुपये खर्च किए, जो 15.91% की बढ़ोतरी है।
    • ICICI बैंक के ग्राहकों का खर्च 35,682 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 20.25% की वृद्धि देखी गई।
    • एसबीआई क्रेडिट कार्ड धारकों ने 28,976 करोड़ रुपये खर्च किए, जो पिछले साल की तुलना में 6% कम है।
    • एक्सिस बैंक के ग्राहकों का खर्च 20,212 करोड़ रुपये रहा, जो 0.45% की गिरावट दर्शाता है।

    क्रेडिट कार्ड की संख्या में तेज वृद्धि

    आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, क्रेडिट कार्ड की संख्या पिछले पांच वर्षों में दोगुनी से अधिक बढ़कर 10.8 करोड़ हो गई। एचडीएफसी बैंक ने जनवरी में 2,99,761 नए क्रेडिट कार्ड जारी किए। एसबीआई ने 2,34,537 नए क्रेडिट कार्ड जोड़े। वहीं, आईसीआईसीआई बैंक ने 1,83,157 नए क्रेडिट कार्ड जारी किए।

    डिजिटल भुगतान में UPI की हिस्सेदारी 83%

    RBI की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यूपीआई (UPI) डिजिटल भुगतान का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है। 2019 में 34% की हिस्सेदारी से बढ़कर 2024 में 83% हो गई। अन्य भुगतान प्रणालियों (RTGS, NEFT, IMPS, Credit/Debit Cards) की हिस्सेदारी घटकर 17% रह गई। यूपीआई लेनदेन की संख्या 2018 के 375 करोड़ से 2024 में 17,221 करोड़ तक बढ़ी। यूपीआई के माध्यम से कुल लेनदेन मूल्य 2018 में 5.86 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2024 में 246.83 लाख करोड़ रुपये हो गया।

    नया डेटा स्पष्ट तौर पर बताता है कि क्रेडिट कार्ड खर्च में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसकी अगुआई एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्राइवेट लेंडर कर रहे हैं। क्रेडिट कार्ड यूजर बढ़ रहे हैं, लेकिन डिजिटल पेमेंट में यूपीआई का दबदबा बरकरार है। 2024 तक यूपीआई का योगदान 83% तक पहुंच चुका है। इससे पारंपरिक भुगतान प्रणालियों का दबदबा घटा है।

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