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    अब ब्रिटेन में भी बजेगी एयरटेल की धुन, ब्रिटिश टेलीकॉम में 24 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेंगे सुनील मित्तल

    By Agency Edited By: Suneel Kumar
    Updated: Mon, 12 Aug 2024 05:40 PM (IST)

    बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बीटी के करीब 15 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर यह सौदा लगभग चार अरब डॉलर के आसपास बैठ सकता है। भारती एयरटेल भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है। इसके करीब 40 करोड़ ग्राहक हैं। इसका बीटी के साथ पहले भी नाता रहा है। बीटी के पास 1997 से 2001 तक भारती एयरटेल में 21 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी।

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    भारती एयरटेल और बीटी के बीच दो दशक से भी अधिक पुराना संबंध है।

    पीटीआई, नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील भारती मित्तल का ग्रुप ब्रिटेन की सबसे बड़ी ब्रॉडबैंड एवं मोबाइल कंपनी ब्रिटिश टेलीकॉम (बीटी) समूह में करीब चार अरब डॉलर में 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगा। कंपनी के अनुसार, भारती एंटरप्राइजेज की अंतरराष्ट्रीय निवेश इकाई भारती ग्लोबल इजरायली अरबपति और निवेशक पैट्रिक ड्राही (Patrick Drahi) के टेलीकॉम ग्रुप अल्टाइस से बीटी समूह में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी तुरंत खरीदेगी। शेष हिस्सेदारी आवश्यक नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद हासिल करेगी।

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    4 अरब डॉलर में हुई डील

    कंपनी ने सौदे के आकार का खुलासा नहीं किया लेकिन बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बीटी के करीब 15 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर यह सौदा लगभग चार अरब डॉलर के आसपास बैठ सकता है। भारती एयरटेल भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है। इसके करीब 40 करोड़ ग्राहक हैं। इसका बीटी के साथ पहले भी नाता रहा है। बीटी के पास 1997 से 2001 तक भारती एयरटेल में 21 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी।

    भारती एयरटेल और बीटी के बीच दो दशक से भी अधिक पुराना संबंध है। बीटी के 1997-2001 तक भारती एयरटेल लिमिटेड के निदेशक मंडल में दो सदस्य थे और उसके पास 21 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। भारती समूह के इतिहास में आज यह एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि हम बीटी में निवेश कर रहे हैं, जो प्रतिष्ठित ब्रिटिश कंपनी है।

    सुनील भारती मित्तल, भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन

    दोनों कंपनियों का पुराना रिश्ता

    खास बात यह है कि कंपनी न तो बीटी का पूरी तरह अधिग्रहण करना चाहती है और न ही उसके बोर्ड में किसी तरह का स्थान चाहती है। कर्ज के संकट से जूझ रहे अरबपति ड्राही द्वारा नियंत्रित निवेश समूह अल्टाइस, बीटी से बाहर निकल रहा है। इसने सबसे पहले 2021 में बीटी में हिस्सेदारी ली थी। इसके बाद 12 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की जिससे उसकी हिस्सेदारी बढ़कर 24.5 प्रतिशत हो गई।

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