रुपये में विदेशी कारोबार का तैयार हो रहा है SOP, कुछ अफ्रीकी देशों ने दिखाई है रुचि
एसओपी आने के बाद भारतीय उद्यमियों को साफ तौर पर यह पता होगा कि किसी दूसरे देश के कारोबारी के साथ स्थानीय मुद्रा मे में कारोबार करने के लिए किस प्रक्रि ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। यूएई के साथ आयातित कच्चे तेल का भुगतान स्थानीय मुद्रा (भारतीय रुपये और दिरहम) में करने की शुरूआत के बाद सरकार अब भारतीय कारोबारियों के लिए स्थायी संचालन प्रक्रिया (एसओपी-स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिड्योर) तैयार करने जा रही है। इस बात की जानकारी विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने दी है।
एसओपी से उद्यमियों को मिलेगी हर तरह की जानकारी
एसओपी आने के बाद भारतीय उद्यमियों को साफ तौर पर यह पता होगा कि किसी दूसरे देश के कारोबारी के साथ स्थानीय मुद्रा मे में कारोबार करने के लिए किस प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ना है। इसमें भारतीय रुपये में कारोबार करने को लेकर आयातक व निर्यातक समुदाय के कई सवालों का जबाव भी होगा। इस प्रक्रिया में आरबीआइ व दूसरी एजेंसियों की क्या भूमिका होती है, यह जानकारी भी उन्हें मिल जाएगी।
रुपये में कारोबार को बढ़ावा देना चाहती है भारत सरकार
क्वात्रा का कहना है कि ''हाल ही में यूएई के साथ रुपये में पहला ट्रेड संपन्न किया गया है। भारतीय रुपये और यूएई दिरहम में हुआ यह कारोबारी सौदा सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। अब हम कारोबारी समुदाय को विस्तार से जानकारी देने और बड़े पैमाने पर सभी को रुपये में कारोबार से जुड़ी सूचना देने के लिए एसपीओ जारी करने जा रहे हैं। इससे कारोबारी समुदाय को यह पता चल सकेगा कि भारतीय रुपये में कारोबार करने का फायदा वह किस तरह से उठा सकते हैं।''
क्वात्रा ने आगे कहा, ''जब भी किसी दूसरे देश के साथ आप भारतीय रुपये में कारोबार करते हैं तो उससे जुड़ी कई चीजें होती हैं, नियम होते हैं। इसमें बैंकिंग चैनलों का नेटवर्क जुड़ा होता है। इन सभी के बारे में काफी तैयारी करनी पड़ती है। भारत सरकार रुपये में कारोबार को काफी बढ़ावा देना चाहती है। यह कितना सफल होगा, इसका पता भविष्य में चलेगा।'' क्वात्रा ने यह जानकारी पीएम नरेन्द्र मोदी की दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की यात्रा के बारे में सूचना देने के लिए आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी।
कुछ अफ्रीकी देशों ने रुपये में कारोबार में दिखाई है रुचि
बताया जा रहा है कि ब्रिक्स सम्मेलन में आमंत्रित अफ्रीकी देशों के प्रमुखों से भी पीएम मोदी की द्विपक्षीय मुलाकात होनी है और इसमें उनकी तरफ से भारतीय रुपये में कारोबार करने के लिए इन देशों को आमंत्रित किया जाएगा। हाल के वर्षों मे अफ्रीका से भारत का कारोबार बढ़ा है और भारत की मंशा है कि कुछ बड़े कारोबारी साझेदार अफ्रीकी देशों के साथ कुछ कारोबार रुपये में हो। तंजानिया, अल्जीरिया, केन्या, घाना जैसे देशों ने सकारात्मक रुख भी दिखाया है।


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