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    Share Transfer Process: क्या है शेयर ट्रांसफर करने का सही तरीका? स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस

    Share Transfer Process शेयर ट्रांसफर के प्रोसेस को लेकर ज्यादातर निवेशक कंफ्यूज रहते हैं। अगर आपको किसी को शेयर गिफ्ट करना हो या डीमैट अकाउंट बंद करना हो। ऐसी स्थिति में शेयर ट्रांसफर करना बेहद जरूरी स्टेप हो जाता है। आज हम जानेंगे की शेयर ट्रांसफर करने का सही प्रोसेस क्या है? इनमें मैनुअल (Manual Share Transfer) और ऑनलाइन (Online Share Transfer) दोनों को ही शामिल किया गया है।

    By Jagran News Edited By: Mansi Bhandari Updated: Mon, 24 Mar 2025 12:31 PM (IST)
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    शेयर ट्रांसफर करने का क्या है सही तरीका?

     बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अगर आपको किसी को शेयर ट्रांसफर (Share Transfer) करना हो या डीमैट अकाउंट क्लोज (Demat account closed) करना हो। इन सभी के लिए शेयर ट्रांसफर एक जरूरी प्रोसेस है। शेयर ट्रांसफर के प्रोसेस को लेकर अक्सर कई लोग कंफ्यूज रहते हैं।

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    एक डीमैट अकाउंट से दूसरे डीमैट अकाउंट में शेयर देने या लेने को शेयर ट्रांसफर कहा जाता है। शेयर ट्रांसफर दो तरीके से किए जा सकते हैं। इनमें मैनुअल (Manual Share Transfer) और ऑनलाइन (Online Share Transfer) शामिल हैं। इन दोनों ही तरीकों को अपनाने के लिए आपको नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा।

    मैनुअल तरीके से कैसे करें शेयर ट्रांसफर

    मैनुअल तरीके से शेयर ट्रांसफर करने के लिए आपके पास डीआईएस (Delivery Instruction Slip) होना जरूरी है। अगर आप मैनुअल तरीके से अपना शेयर किसी दूसरे डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यानपूर्वक फॉलो करें।

    स्टेप 1- सबसे पहले आपको डीआईएस फॉर्म भरना होगा।

    स्टेप 2- इस फॉर्म में आपसे टारगेट क्लाइंट आईडी, ISIN, DP नाम इत्यादि डिटेल्स पूछे जा सकते हैं।

    स्टेप 3- जिसके बाद फॉर्म में हस्ताक्षर कर, ब्रोकर को सबमिट करें।

    स्टेप 4- फिर आपका ब्रोकर डिपॉजिटरी को ये ट्रांसफर रिक्वेस्ट फॉरवर्ड करेगा।

    स्टेप 5- जिसके बाद कुछ दिनों बाद ही जिस अकाउंट में ट्रांसफर किया गया है, वहां शेयर्स शॉ हो जाएंगे।

    ऑनलाइन ट्रांसफर के बारे में जानने से पहले डीआईएस से जुड़े टर्म के बारे में जानते हैं।

    टार्गेट क्लाइंट आईडी- ये एक तरह से 16 अंकों का नंबर होता है, जो ब्रोकर द्वारा दिया जाता है।

    डीपी का नाम- डीपी का नाम का अर्थ है, स्टॉक ब्रोकर या डिपॉजिटरी का नाम

    ISIN- हर निवेशकों को सुरक्षा के लिए 12 अंको का यूनिक आइडेंटिफायर दिया जाता है, जिसे आईएसआईएन कहा जाता है।

    ऑनलाइन कैसे करें शेयर ट्रांसफर

    अगर आप जल्द से जल्द शेयर ट्रांसफर करना चाहते हैं। इसके साथ ही सुविधाजनक तरीका अपनाना चाहते हैं, तो ऑनलाइन ट्रांसफर सबसे बेहतर तरीका है। अगर आप ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए शेयर ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।

    स्टेप 1- सबसे पहले आपको Exit ऑप्शन चुनना होगा, उसके बाद NSDL या CDSL प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करें।

    स्टेप 2- फिर डिटेल्स भरकर, यहां रजिस्ट्रेशन करें।

    स्टेप 3- जिसके बाद आपके ईमेल में लॉग-इन क्रेडेंशियल आएंगे।

    स्टेप 4- फिर लॉग-इन कर, आप आसानी से शेयरों को ट्रांसफर कर सकते हैं।