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    Share Market Today: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव ने तोड़ा 15 महीने का रिकॉर्ड, क्या लोकसभा चुनाव है वजह?

    भारतीय शेयर बाजार में पिछले काफी समय से अच्छी तेजी देखी जा रही थी। इसने निवेशकों को जोरदार मुनाफा भी दिया। लेकिन कुछ दिनों से इसमें काफी अस्थिरता देखी जा रही है। सोमवार (6 मई) को भारतीय शेयर मार्केट लगभग सपाट स्तर के साथ बंद हुआ लेकिन कारोबार के दौरान पूरे दिन इसमें उतार-चढ़ाव दिखा। आइए जानते हैं कि इसकी वजह क्या है।

    By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 07 May 2024 01:28 PM (IST)
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    भारतीय शेयर मार्केट में गिरावट के बीच वैश्विक बाजारों में लगातार तेजी दिख रही है।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में पिछले काफी समय से अच्छी तेजी देखी जा रही थी। इसने निवेशकों को जोरदार मुनाफा भी दिया। लेकिन, कुछ दिनों से इसमें काफी अस्थिरता देखी जा रही है। सोमवार (6 मई) को भारतीय शेयर मार्केट लगभग सपाट स्तर के साथ बंद हुआ, लेकिन कारोबार के दौरान पूरे दिन इसमें उतार-चढ़ाव दिखा।

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    आज यानी मंगलवार (7 मई) को भी सेंसेक्स और निफ्टी 50 में भारी बिकवाली हो रही है। अगर FMCG सेक्टर को छोड़ दें, तो बाकी सभी सेक्टर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी मेटल इंडेक्स में 2.7 फीसदी की गिरावट आई, क्योंकि टाटा स्टील और हिंडाल्को में निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं।

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    कितना गिरा शेयर बाजार

    सेसेंक्स में 500 अंकों से अधिक गिरावट आई है। वहीं, निफ्टी 50 भी करीब 180 अंकों तक गिरा है। दिलचस्प बात यह है कि शेयर बाजार हरे निशान में खुला था और इसमें शुरुआत में अच्छी तेजी भी दिखी थी। इसकी वजह FMCG कंपनियों में खरीदारी थी। लेकिन, फिर फाइनेंशियल और ऑटो स्टॉक्स में गिरावट ने पूरे मार्केट का माहौल बिगाड़ दिया।

    विदेशी बाजारों में तेजी

    भारतीय मार्केट की यह अस्थिरता इसलिए भी हैरान करती है, क्योंकि वैश्विक बाजारों में लगातार तेजी दिख रही है। शेयर बाजार में ऐसी अस्थिरता करीब 15 पहले नजर आई थी। इस वक्त निफ्टी वैलेटिलिटी इंडेक्स बढ़कर 17.29 के स्तर पर पहुंच गया, जो जनवरी 2023 के बाद इसका सर्वोच्च स्तर है।

    दरअसल, इस वक्त भारत में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में निवेशकों का भरोसा हिला हुआ है। उन्हें अंदाजा नहीं कि चुनाव के नतीजे क्या होंगे और उन पर बाजार अपनी कैसी प्रतक्रिया देगा। यही वजह है कि वे निवेश से ज्यादा बिकवाली कर रहे हैं।

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