Share Market Crash Today: शेयर बाजार हुआ धड़ाम; 1235 अंक टूटकर 7 महीने के निचले स्तर पर आया सेंसेक्स
सेंसेक्स शेयरों में जोमैटो एनटीपीसी अदाणी पोर्ट्स आईसीआईसीआई बैंक भारतीय स्टेट बैंक रिलायंस इंडस्ट्रीज महिंद्रा एंड महिंद्रा बजाज फाइनेंस टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक में सबसे अधिक गिरावट दिखी। जोमैटो तो 10 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 215.40 रुपये पर बंद हुआ। सिर्फ अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ही हरे निशान में रहे। आइए जानते हैं शेयर बाजार का पूरा हाल।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के दिन मेक्सिको जैसे पड़ोसी देशों पर टैरिफ लगाने का एलान किया है। इसके बाद ग्लोबल ट्रेड वॉर शुरू होने की आशंका ने जोर पकड़ लिया। भारतीय शेयर बाजार में भी निवेशकों ने भारी बिकवाली की। इससे बेंचमार्क सेंसेक्स 1,235 अंक टूटकर सात महीने के निचले स्तर पर आ गया।
आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में गिरावट के कारण 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,235.08 अंक या 1.60 प्रतिशत टूटकर 75,838.36 पर आ गया। दिन के दौरान बीएसई बेंचमार्क 1,431.57 अंक या 1.85 प्रतिशत टूटकर 75,641.87 के निचले स्तर पर आ गया। व्यापक एनएसई निफ्टी 320.10 अंक या 1.37 प्रतिशत टूटकर 23,024.65 पर बंद हुआ। इंट्राडे ट्रेड में एनएसई निफ्टी 367.9 अंक या 1.57 प्रतिशत गिरकर 22,976.85 पर आ गया।
क्या है एक्सपर्ट की राय?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "घरेलू बाजारों में आज काफी गिरावट देखी गई। ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण के दिन पड़ोसी देशों पर व्यापार शुल्क लगाने की घोषणा की, जिससे वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई। चालू तिमाही की आय में कमजोर रिकवरी, साथ ही रुपये में गिरावट के कारण एफआईआई द्वारा और अधिक निकासी की आशंका है। इसका ओवरऑल इंपैक्ट शेयर बाजार पर दिख रहा है।"
सेंसेक्स शेयरों में, जोमैटो, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक में सबसे अधिक गिरावट दिखी। जोमैटो तो 10 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 215.40 रुपये पर बंद हुआ। सिर्फ अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ही हरे निशान में रहे।
एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख
अगर एशियाई बाजारों की बात करें, तो टोक्यो और हांगकांग बढ़त पर बंद हुए। वहीं शंघाई और सियोल मंगलवार को सपाट रहे। यूरोपीय बाजार बढ़त पर कारोबार कर रहे थे। मार्टिन लूथर किंग जूनियर दिवस के अवसर पर सोमवार को अमेरिकी बाजार बंद थे।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.76 प्रतिशत गिरकर 79.54 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,336.54 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। सोमवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 454.11 अंक उछलकर 77,073.44 पर और एनएसई निफ्टी 141.55 अंक चढ़कर 23,344.75 पर बंद हुआ था।
रुपये का क्या हाल रहा?
घरेलू शेयर बाजार में भारी बिकवाली और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में सुधार का नकारात्मक असर रुपये पर भी दिखा। मंगलवार को रुपया शुरुआती बढ़त गंवाकर 14 पैसे की गिरावट के साथ 86.59 (अनंतिम) डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा व्यापारियों का कहना है कि डॉलर अपने 109 के स्तर से कमजोर हुआ है। डोनाल्ड ट्रंप ने निकट भविष्य में कनाडा और मैक्सिको के खिलाफ टैरिफ की घोषणा की है, लेकिन चीन के खिलाफ एक्शन लेने से परहेज किया है। इससे यह वापस 108.66 पर आ गया।
उन्होंने कहा कि वैश्विक और घरेलू आर्थिक परिदृश्य में प्रमुख घटनाओं से पहले रुपये में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 86.28 पर सकारात्मक रुख के साथ खुला। दिन के दौरान स्थानीय इकाई ने 86.28 के उच्च स्तर और 86.59 के निचले स्तर को छुआ।
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