निवेशकों की चांदी, शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल; Airtel, Axis Bank, Tata Steel सहित ये स्टॉक चमके
Stock Market Close Sensex 765.04 अंक यानी 1.36 फीसद के उछाल के साथ 56889.76 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 225.85 अंक यानी 1.35 फीसद की तेजी के साथ 16931.05 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार सोमवार को एक फीसद से भी ज्यादा बढ़त के साथ बंद हुए। Sensex 765.04 अंक यानी 1.36 फीसद के उछाल के साथ 56,889.76 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 225.85 अंक यानी 1.35 फीसद की तेजी के साथ 16,931.05 अंक के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी पर Bharti Airtel, Divis Labs, Axis Bank, Tata Steel और Coal India के शेयर सबसे ज्यादा उछाल के साथ बंद हुए। वहीं, Tech Mahindra, Eicher Motors, Nestle, Infosys और TCS के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
सेक्टोरल इंडेक्स का हाल
सेक्टोरल इंडेक्स की बात की जाए तो आईटी को छोड़कर अन्य सभी Indices हरे निशान के साथ बंद हुए। मेटल, फार्मा, पीएसयू बैंक में दो-दो फीसद तक का उछाल देखने को मिला। BSE midcap और Smallcap इंडिक्स में 1.5-1.5 फीसद की तेजी देखने को मिली।
सेंसेंक्स पर इन शेयरों में रही बहार
Sensex पर Bharti Airtel के शेयर सबसे ज्यादा उछाल के साथ बंद हुए। वहीं, Axis Bank के शेयरों में चार फीसद, Tata Steel के शेयर में 3.75 फीसद, Titan के शेयर में 3.46 फीसद, Maruti के शेयर में 3.03 फीसद, Bajaj Finance के शेयर में 2.64 फीसद और SBI के शेयर में 2.51 फीसद की बढ़त देखने को मिली। इनके अलावा Asian Paints, M&M, Reliance Industries, ICICI Bank, Reliance Industries, Sun Pharma, Dr Reddy's, IndusInd Bank, NTPC, HDFC, L&T, HDFC Bank, Ultratech Cement, Kotak Mahindra Bank, ITC, Powergrid, Bajaj Auto, HUL और HCL Tech के शेयर हरे निशान के साथ बंद हुए।
इन शेयरों में रही गिरावट
सेंसेक्स पर Tech Mahindra के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। इसके अलावा Nestle India, Infosys और TCS के शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में प्रमुख (शोध) विनोद नायर ने कहा, ''मजबूत शुरुआत के बाद वैश्विक बाजार की तर्ज पर घरेलू शेयर बाजार में भी दिन भर के कारोबार के दौरान बढ़त बरकरार रही। फेड चेयरमैन के बयान के बाद जैक्शन होल सिम्पोंजियम से जुड़ी चिंता के कम होने के बाद वैश्विक बाजारों को मजबूती मिली। जेरोम पॉवेल इंतजार करो और देखो की नीति पर टिके रहने की बात कही है। इससे एक बार इस बात को लेकर आश्वासन मिल गया है कि कुछ टैपरिंग के साथ इस वर्ष भी उदार अर्थ नीति जारी रहेगी।''