सोशल मीडिया पर निवेशकों को ठगने वालों पर सेबी की बड़ी कार्रवाई, 1 लाख से ज्यादा सामग्री हटाई
सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से पिछले 18 महीनों में 1 लाख से ज्यादा गैरकानूनी सामग्री हटाई गई है। उन्होंने निवेशकों को धोखेबाजों से बचाने की जरूरत बताई। सेबी ने गूगल और मेटा जैसे मंचों के साथ मिलकर यह कार्रवाई की है क्योंकि तकनीकी उपकरणों के आने से निवेशकों को धोखा देना आसान हो गया है। निवेशक जागरूकता सेबी की शीर्ष प्राथमिकता है।

नई दिल्ली। सेबी चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने सोमवार को कहा कि पिछले 18 महीनों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से एक लाख से ज्यादा गैरकानूनी सामग्री हटाई गई है। उन्होंने भोले-भाले निवेशकों को धोखेबाजों से बचाने की जरूरत पर जोर दिया।
पांडेय ने कहा कि सेबी ने गूगल और मेटा जैसे मंचों के साथ गैरकानूनी सामग्री के मुद्दे को आगे बढ़ाया है। उन्होंने यहां एनएसई में एक निवेशक जागरूकता कार्यक्रम में कहा कि तकनीकी उपकरणों के आने से अपराधियों के लिए निवेशकों को धोखा देने वाली सामग्री तैयार करना आसान हो गया है।
पांडेय ने कहा, ''पिछले 18 महीनों में ऐसी एक लाख से ज्यादा सामग्री हटाई गई हैं।'' हाल में किए गए एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए, पांडेय ने कहा कि केवल 36 प्रतिशत लोगों को ही पूंजी बाजार के बारे में उच्च या मध्यम स्तर की जानकारी है। इससे पता चलता है कि लोगों का एक बड़ा समूह भ्रामक सामग्री से धोखा खा सकता है। उन्होंने निवेशकों के भरोसे को बनाए रखने पर जोर दिया और कहा कि भारत जैसे देश के लिए यह भरोसा बेहद महत्वपूर्ण है।
पांडेय ने कहा कि निवेशक जागरूकता सेबी की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है और नियामक इस संबंध में कई उपाय कर रहा है। इसी कार्यक्रम में एनएसई के चेयरमैन श्रीनिवास इंजेती ने कहा कि देश के सबसे बड़े शेयर बाजार ने लिस्ट होने की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि एनएसई फिलहाल लिस्टेड नहीं है, फिर भी इसके पास लगभग 1.8 लाख शेयरधारक हैं।
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