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    पहली तिमाही में SBI को 17 हजार करोड़ का मुनाफा; ब्याज से कमाई बढ़ी, NPA भी घटा

    Updated: Sat, 03 Aug 2024 07:02 PM (IST)

    जून तिमाही में एसबीआई का सकल एनपीए घटकर कुल कर्ज का 2.21 प्रतिशत रहा। यह एक साल पहले 2.76 प्रतिशत था। इसी तरह शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.57 प्रतिशत रहा है जो अप्रैल-जून 2023 में 0.71 प्रतिशत था। बैंक के बोर्ड ने मौजूदा वित्त वर्ष में बॉन्ड के जरिये 25 हजार करोड़ रुपये जुटाने की भी मंजूरी दे दी है।

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    जून तिमाही में बैंक का सकल एनपीए घटकर कुल कर्ज का 2.21 प्रतिशत रहा।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई को मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2024 के दौरान 17,035 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ है। पिछले साल की समान अवधि से तुलना करें, तो इसमें मामूली उछाल आया है।

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    बीती तिमाही में एसबीआई की कुल आय बढ़कर 1,22,688 करोड़ रुपये रही, जो अप्रैल-जून 2023 के दौरान 1,08,039 करोड़ रुपये थी। इस दौरान बैंक की ब्याज से कुल आय 1,11,526 करोड़ रुपये रही। यह पिछले वर्ष समान अवधि में 95,975 करोड़ रुपये थी।

    जून तिमाही में बैंक का सकल एनपीए घटकर कुल कर्ज का 2.21 प्रतिशत रहा। यह एक साल पहले 2.76 प्रतिशत था। इसी तरह, शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.57 प्रतिशत रहा है जो अप्रैल-जून 2023 में 0.71 प्रतिशत था। बैंक के बोर्ड ने मौजूदा वित्त वर्ष में बॉन्ड के जरिये 25 हजार करोड़ रुपये जुटाने की भी मंजूरी दे दी है।

    बैंक ऑफ इंडिया को 1,703 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ

    सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य लेंडर, बैंक ऑफ इंडिया ने शनिवार को बताया कि अप्रैल-जून 2024 तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 10 प्रतिशत बढ़कर 1,703 करोड़ रुपये हो गया। अप्रैल-जून 2023 के दौरान बैंक को 1,551 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। बैंक ने बताया कि बीती तिमाही में शुद्ध ब्याज आय 6.1 प्रतिशत बढ़कर 6,275.8 करोड़ रुपये रही है। पिछले वर्ष समान तिमाही में शुद्ध ब्याज आय 5,914 करोड़ रुपये थी।

    बैंक ने बताया कि बीती तिमाही के दौरान उसकी कुल जमा 9.74 प्रतिशत बढ़कर 7.38 लाख करोड़ रुपये रही है। इसी तरह कुल कर्ज 15.82 प्रतिशत बढ़कर 5.86 लाख करोड़ रुपये रहा है। इस दौरान कृषि क्षेत्र को कर्ज वितरण 22.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के साथ 88,977 करोड़ रुपये रहा है। वहीं, एमएसएमई को कर्ज वितरण में 13.1 प्रतिशत की वृद्धि रही है।

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