Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एसबीआई ने बॉन्ड से दो अरब डॉलर जुटाने की बनाई योजना, निदेशक मंडल की बैठक में होगा विचार

    SBI raising funds via bonds भारतीय स्टेट बैंक ने कहा कि वह बॉन्ड के जरिए दो अरब डॉलर जुटाने की योजना बना रहा है और इसपर विचार के लिए उसके निदेशक मंडल की अगले सप्ताह बैठक होने वाली है।

    By Lakshya KumarEdited By: Updated: Thu, 05 May 2022 09:33 AM (IST)
    Hero Image
    एसबीआई ने बॉन्ड से दो अरब डॉलर जुटाने की बनाई योजना, निदेशक मंडल की बैठक में होगा विचार

    नई दिल्ली, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बॉन्ड से दो अरब डॉलर जुटाने की योजना बनाई है। इसकी जानकारी उसने बुधवार को दी। भारतीय स्टेट बैंक ने कहा कि उसके निदेशक मंडल की अगले सप्ताह बैठक होने वाली है, जिसमें बॉन्ड के सार्वजनिक निर्गम या अन्य तरीकों के जरिए दो अरब डॉलर जुटाने पर विचार होना है। शेयर बाजारों को दी गई सूचना में एसबीआई ने कहा कि उसके केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति की 10 मई को बैठक है, जिसमें प्रस्ताव पर विचार होगा। बता दें कि बीएसई पर एसबीआई का शेयर बुधवार को 2.27 प्रतिशत के नुकसान के साथ 479.60 रुपये पर बंद हुआ।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रिजर्व बैंक के कदम से बाजार को मिलेगी मदद: एसबीआई प्रमुख

    वहीं, बुधवार को रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट और सीआरआर बढ़ाए जाने वाले कदम को एसबीआई प्रमुख दिनेश खारा ने बाजार की मदद करने वाला कदम बताया है। दिनेश खारा ने कहा कि रिजर्व बैंक का अचानक से नीतिगत दर के साथ-साथ नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को बढ़ाना, केंद्रीय बैंक के लचीलेपन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इससे बाजार को समर्थन मिलेगा। खारा ने आरबीआई के कदम को समस्या से निपटने के लिए अग्रिम कार्रवाई के रूप में रेखांकित किया।

    'आरबीआई ने वैश्विक स्तर पर बदलती स्थिति को भांपते हुए उठाया कदम'

    उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय रिजर्व बैंक ने वैश्विक स्तर पर बदलती स्थिति को भांपते हुए हुई रेपो रेट और सीआरआर में वृद्धि कर अग्रिम कदम उठाया। यह आरबीआई के कामकाज में लचीलेपन को दिखाता है। इससे बाजार को समर्थन मिलेगा।’’

    रेपो दर 0.40 प्रतिशत और नकद आरक्षित अनुपात 0.50 प्रतिशत बढ़ा

    इससे पहले दिन में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक वीडियो संदेश जारी किया था, जिसमें उन्होंने छह-सदस्यीय दर-निर्धारण पैनल के बारे में बात की, जो ऑफ-शेड्यूल में मिले और रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की वृद्धि तथा नकद आरक्षित अनुपात में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की।