Saving Tips: कम सैलरी में भी बचा लेंगे बड़ा अमाउंट, अपनाएं ये तरीका
Saving tips for salary भविष्य में किसी भी तरह की वित्तीय परेशानी से बचने के लिए हमें सैलरी में एक बैलेंस बनाने की जरूरत होगी। सैलरी को इस तरह से विभाजन होना चाहिए की जरूरी खर्चे से लेकर इमरजेंसी फंड तक के लिए पैसे बच सके। आज हम जानेंगे कि कम सैलरी में भी कैसे बड़ी सेविंग की जा सकती है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। हर कोई बड़ी बचत करने के बारे में सोचता है। लेकिन बेमतलब के खर्चों में ही आम आदमी की पूरी सैलरी खत्म हो जाती है। अगर आप इस परेशानी से जूझ रहे हैं, तो नीचे बताई गई टिप्स आपके लिए काम की हो सकती है।
ये आपको सैलरी को सही तरीके से मैनेज करने में मदद करता है। इसके जरिए आप सैलरी का बड़ा अमाउंट सेव कर भविष्य के लिए तैयार कर सकते हैं।
सैलरी का ऐसे करें बटवारा
सेविंग और खर्चे सही तरीके से मैनेज करने के लिए जरूरी है कि ये सही तरीके से विभाजित हो। आप सैलरी को 40:30:20:10 रेश्यू में विभाजित कर सकते हैं। इसे आप खर्चों और सेविंग को सही तरीके से मैनेज कर पाएंगे। इसके साथ ही भविष्य के लिए इमरजेंसी फंड भी तैयार कर सकेंगे।
40:30:20:10 रेश्यू का मतलब है कि सैलरी का-
40%- जरूरी खर्चों के लिए रखें
30%- अपने शौक के लिए रखें
(जैसै मूवी देखना, कहीं घूमने जाना)
20%- इमरजेंसी फंड के लिए रखें
10%- निवेश या सेविंग के लिए रखें
इस नियम को बेहतर समझने के लिए उदाहरण का उपयोग करते हैं।
उदाहरण से समझें
अगर किसी व्यक्ति की सैलरी 30 हजार रुपये प्रति माह है। तो 30 हजार का 40 फीसदी यानी 12 हजार रुपये जरूरी खर्चों के लिए रखें। वहीं 30 फीसदी पैसा यानी 9000 रुपये अपने शौक जैसे मूवी देखना, फैमली के साथ घूमना, ट्रेवलिंग इत्यादि के लिए रखें।
वहीं 20 फीसदी पैसा यानी 6000 रुपये इमरजेंसी फंड के लिए रख सकते हैं। जिसे आप भविष्य में होने वाली किसी भी आपातकालीन स्थिति या वित्तीय संकट जैसे गंभीर बीमारी, नौकरी छूटना इत्यादि में कर सकते हैं।
वहीं लास्ट का 10 फीसदी पैसा यानी 3000 रुपये सेविंग या निवेश के लिए रखें। इन्हें आप सुरक्षित प्लेटफॉर्म जैसे पोस्ट ऑफिस स्कीम या असुरक्षित प्लेटफॉर्म एसआईपी में निवेश कर सकते हैं।
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