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    RBI के एक्शन से 'रुपये' ने दिखाई ताकत, लगातार तीसरे दिन मजबूती के साथ बंद, कुल 127 पैसे की रिकवरी

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 06:49 PM (IST)

    भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप के चलते पिछले तीन दिनों में डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 127 पैसे मजबूत हुआ है। इससे पहले मंगलवार को रुपया पहल ...और पढ़ें

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    नई दिल्ली। कच्चे तेल की कीमतों में लगातार नरमी और आरबीआई के संभावित हस्तक्षेप के चलते पिछले तीन दिनों में डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा (Rupee Recovery) 127 पैसे मजबूत हुई है। शुक्रवार को रुपया 54 पैसे मजबूत होकर 89.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 18 पैसे मजबूत होकर 90.20 पर बंद हुआ था। इससे पहले बुधवार को रुपया अपने अब तक के सबसे निचले स्तर से उबरने में कामयाब रहा और 55 पैसे चढ़कर 90.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

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    विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुझान और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों के 59 डालर प्रति बैरल के आसपास बने रहने से घरेलू मुद्रा को निचले स्तर पर समर्थन मिला। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 90.19 पर खुला। दिन में यह 89.25 प्रति डालर के उच्च स्तर तक पहुंचा जो पिछले बंद भाव से 95 पैसे अधिक है। अंत में यह 89.66 प्रति डालर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 54 पैसे की बढ़त दर्शाता है।

    91 डॉलर के पार चला गया था रुपया

    मंगलवार को रुपया पहली बार 91 डॉलर के पार जाकर रिकार्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डालर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.66 पर रहा।

    कच्चे तेल की कीमतों में समग्र कमजोर रुपये को दे सकती है सहारा मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, 'कंपनियों की ओर से डालर के प्रवाह और कच्चे तेल की गिरती कीमतों के कारण शुक्रवार को भारतीय रुपया लगातार तीसरे सत्र में मजबूत हुआ। घरेलू बाजारों में मजबूती ने भी रुपये को समर्थन दिया।'

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    अनुज चौधरी ने कहा कि विदेशी निवेशकों के बिकवाली दबाव और भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते में देरी से उत्पन्न घबराहट के कारण रुपये में गिरावट का रुख रहने के आसार हैं। हालांकि, डालर सूचकांक और कच्चे तेल की कीमतों में समग्र कमजोरी रुपये को निचले स्तर पर सहारा दे सकती है।

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