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    RIL और BP ने लॉन्च किया फ्यूल और मोबिलिटी ज्वाइंट वेंचर RBML, रिलायंस के पास 51 फीसद हिस्सेदारी

    By NiteshEdited By:
    Updated: Sat, 11 Jul 2020 05:53 PM (IST)

    Reliance Industries और BP India ने अपने नए भारतीय ईंधन और मोबिलिटी ज्वाइंट वेंचर रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड (RBML) की शुरुआत की घोषणा की।

    RIL और BP ने लॉन्च किया फ्यूल और मोबिलिटी ज्वाइंट वेंचर RBML, रिलायंस के पास 51 फीसद हिस्सेदारी

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। रिलायंस इंडस्ट्रीज और बीपी इंडिया ने आज अपने नए भारतीय ईंधन और मोबिलिटी ज्वाइंट वेंचर, रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड (आरबीएमएल) की शुरुआत की घोषणा की। पिछले अगस्त में कंपनियों ने एक नई ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाने की अपनी योजना की घोषणा की थी, जिसका 51% स्वामित्व RIL के पास  होगा जबकि बाकी बचे पर बीपी का अधिकार होगा। RIL ने कहा था कि बीपी अपने मौजूदा पेट्रोल पंपों और विमानन टर्बाइन ईंधन नेटवर्क में 49% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए लगभग 7,000 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा।

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    बीपी ने एक बयान में कहा कि Jio-BP ब्रांड के तहत परिचालन, ज्वाइंट वेंचर का उद्देश्य भारत के ईंधन और गतिशील बाजारों में एक अग्रणी कंपनी बनना है, इसमें कहा गया कि Jio डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के जरिये 21 राज्यों में रिलायंस की उपस्थिति और उसके लाखों उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलेगा।

    इस साझेदारी में बीपी अपने उच्च गुणवत्ता वाले ईंधन, लुब्रिकेंट्स, खुदरा और उन्नत कम कार्बन मोबिलिटी का इस्तेमाल करेगा। RBML ने अन्य आवश्यक विनियामक और वैधानिक अप्रूवलस के बीच परिवहन ईंधन के लिए मार्केटिंग अधिकार प्राप्त किया है। ज्वाइंट वेंचर अपने मौजूदा खुदरा दुकानों से तत्काल प्रभाव से ईंधन और कैस्ट्रोल लुब्रिकेंट्स बेचना शुरू कर देगा, जिसे उचित समय में Jio-bp' में बदल दिया जाएगा।

    भारत अगले 20 वर्षों में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता ईंधन बाजार हो सकता है, देश में यात्री कारों की संख्या में लगभग छह गुना वृद्धि होने का अनुमान है। RBML का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 1,400 से अधिक खुदरा साइटों के अपने मौजूदा ईंधन रिटेलिंग नेटवर्क से 5,500 तक विस्तार करना है।

    इसके लिए सर्विस स्टेशनों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या चार गुना बढ़ानी होगी, जो मौजूदा 20,000 से 80,000 तक करना होगा। जॉइंट वेंचर का लक्ष्य आने वाले वर्षों में 30 से 45 हवाई अड्डों तक अपनी उपस्थिति बढ़ाना है।