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    Reliance Power पर CBI जांच से नहीं पड़ेगा कोई असर, अनिल अंबानी पर भी कंपनी ने कही ये बड़ी बात; जानना जरूरी

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 03:41 PM (IST)

    रिलायंस पावर (Reliance Power Share) ने स्पष्ट किया है कि सीबीआई की कार्रवाई का कंपनी पर कोई असर नहीं हुआ है। कंपनी के अनुसार आरसीएफएल और आरएचएफएल का मामला पहले ही सुलझा लिया गया है और अनिल अंबानी पिछले 3.5 वर्षों से रिलायंस पावर के बोर्ड में नहीं हैं। कंपनी एक स्वतंत्र इकाई है और अपनी व्यावसायिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी।

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    रिलायंस पावर (Reliance Power Share) ने मीडिया रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण जारी किया है।

     नई दिल्ली। रिलायंस पावर (Reliance Power Share) और रिलायंस इंफ्रा ने मीडिया रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण जारी किया है। उसका कहना है कि रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस (आरसीएफएल), रिलायंस होम फाइनेंस (आरएचएफएल) और अनिल अंबानी पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के हाल ही में की गई कार्रवाई के कारण रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा के व्यावसायिक संचालन, वित्तीय प्रदर्शन, शेयरधारकों, कर्मचारियों या किसी अन्य हितधारक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

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    RCFL और RHF का मामला सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार पूरी तरह से सुलझा लिया गया है, जिसमें प्रबंधन में बदलाव किया गया है। अनिल अंबानी की दोनों कंपनियों RCFL और RHF की स्थापना के बाद से, सार्वजनिक रिकॉर्ड के अनुसार, कभी भी किसी भी कंपनी के बोर्ड में अनिल अंबानी नहीं रहे हैं। अंबानी पिछले 3.5 वर्षों से अधिक समय से रिलायंस पावर लिमिटेड के बोर्ड में भी नहीं हैं।

    कंपनी का कहना है कि CBI की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह मामला आरसीएफएल और आरएचएफएल से संबंधित है और कथित लेनदेन 10 साल से भी ज्यादा पुराने हैं। 

    आरसीएफएल और आरएचएफएल दोनों का मामला, क्रमशः 2022 और 2023 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार प्रबंधन में बदलाव के साथ पूरी तरह से सुलझा लिया गया है।

    आरबीआई नियमों के अनुसार अंतर-ऋणदाता व्यवस्था के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा के नेतृत्व में अलग-अलग स्वतंत्र ऋणदाता-संचालित प्रक्रियाओं के माध्यम से सही कर लिए गए हैं।

    सार्वजनिक रिकॉर्ड के अनुसार, अनिल अंबानी आरसीएफएल और आरएचएफएल, दोनों कंपनियों की स्थापना के समय से ही कभी भी किसी भी कंपनी के बोर्ड में नहीं रहे हैं।

    इसके अलावा, वह रिलायंस पावर लिमिटेड के बोर्ड में 3.5 साल से ज़्यादा समय से नहीं हैं।

    रिलायंस पावर एक अलग और इंडीपेडेंट लिस्टेड इंटिटी है और इन कार्रवाइयों का कंपनी के दैनिक प्रबंधन, शासन या वित्तीय स्थिरता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। रिलायंस पावर अपनी व्यावसायिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करती रहेगी और सभी हितधारकों के लिए मूल्य सृजन हेतु प्रतिबद्ध रहेगी।

    रिलायंस पावर के बारे में

    रिलायंस समूह का हिस्सा, रिलायंस पावर लिमिटेड, भारत की अग्रणी निजी क्षेत्र की बिजली उत्पादन कंपनियों में से एक है। कंपनी का परिचालन पोर्टफोलियो 5,305 मेगावाट का है, जिसमें 3960 मेगावाट क्षमता वाला सासन पावर लिमिटेड (दुनिया का सबसे बड़ा एकीकृत कोयला आधारित बिजली संयंत्र) शामिल है। पिछले सात वर्षों से, सासन पावर को लगातार भारत में सर्वश्रेष्ठ परिचालन बिजली संयंत्र का दर्जा दिया गया है।

    यह भी पढ़ें: CBI की 2796 करोड़ के भ्रष्टाचार मामले में कड़ी कार्रवाई, अनिल अंबानी और राणा कपूर के खिलाफ चार्जशीट की दाखिल

    सोर्स- BSE

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    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)