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    अमेरिकी प्रतिबंध के बाद कहां से कच्चा तेल खरीद रही है रिलायंस, अमेरिका से कितनी बड़ी खरीद का किया सौदा

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 03:10 PM (IST)

    अमेरिका ने दुनियाभर की कंपनियों को 21 नवंबर तक रूसी तेल उत्पादकों के साथ लेनदेन बंद करने का समय दिया है। दूसरी तरफ, यूरोपीय यूनियन ने कहा है कि वह रूसी तेल की रिफाइनिंग करने वाली कंपनियों से 21 जनवरी के बाद ईंधन नहीं खरीदेगा। भारत में रिलायंस इंडस्ट्रीज रूस से सबसे अधिक कच्चा तेल खरीदती थी और 28 प्रतिशत निर्यात यूरोप को करती थी। 

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    रूसी तेल को रीसेल कर रही रिलायंस

    पिछले महीने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) रूस से खरीदे गए कुछ तेल को रीसेल करने की कोशिश कर रही है। रिलायंस रूसी कच्चे तेल की सबसे बड़ी भारतीय खरीदार है। लेकिन रोसनेफ्ट और लुकऑयल पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद उसने इन कंपनियों के साथ सौदा करने से इनकार किया है। यूरोपीय यूनियन कह चुका है कि वह 21 जनवरी से उन रिफाइनरियों में उत्पादित ईंधन नहीं लेगा, जिन्होंने लदान बिल की तारीख से 60 दिन पहले रूसी तेल के सौदे किए थे। रिलायंस के तेल निर्यात में यूरोप का 28% हिस्सा है।

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    रोसनेफ्ट के साथ रोजाना 5 लाख बैरल खरीद का समझौता

    रिलायंस का रूस की प्रमुख कंपनी रोसनेफ्ट से प्रतिदिन लगभग 5 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदने का दीर्घकालिक समझौता है। लेकिन प्रतिबंधों के बाद उसने कहा कि वह मास्को के खिलाफ प्रतिबंधों का पालन करेगा और साथ ही मौजूदा तेल आपूर्तिकर्ताओं के साथ संबंध बनाए रखेगा। उसने मध्य पूर्व और अमेरिका से हाजिर बाजार में कम से कम 1.2 करोड़ बैरल कच्चा तेल खरीदा था।

    ब्रिटेन, यूरोपीय यूनियन और अमेरिका ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को लेकर रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। अमेरिका ने कंपनियों को 21 नवंबर तक रूसी तेल उत्पादकों के साथ लेनदेन बंद करने का समय दिया है।

    प्रतिबंध के बाद कहां से क्रूड खरीद रही है रिलायंस

    न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, रूसी आपूर्ति की भरपाई के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अबू धाबी मुरबन क्रूड से 10 लाख बैरल, अपर जकुम से 20 लाख बैरल और कतर लैंड से 5 लाख बैरल की खरीद की है। कंपनी ने कतारी अल-शाहीन एंड खफजी से 30 लाख बैरल, इराकी बसरा मीडियम से 20 लाख बैरल, ब्राजीलियन टुपी एंड सापी क्रूड से 20 लाख बैरल और अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड के 20 लाख बैरल भी खरीदे हैं।

    मध्य पूर्व का तेल दिसंबर में लोड किया जाएगा, जबकि ब्राजीलियाई तेल की आपूर्ति दिसंबर में होगी। अमेरिकी डब्ल्यूटीआई जनवरी में रिलायंस के सिक्का बंदरगाह पर पहुंचेगा। विक्रेताओं में टोटसा, टोटल एनर्जीज की व्यापारिक शाखा, बीपी, गुनवोर, अरामको ट्रेडिंग, रेप्सोल, पेट्रोब्रास, एनी और विटोल शामिल हैं। अनुमान है कि रिलायंस ने कुल मिलाकर 160 लाख बैरल कच्चे तेल की खरीद की है।

    ग्रीक रिफाइनिंग कंपनी को रिलायंस ने बेचा क्रू़ड

    रिलायंस इनमें से कुछ कार्गो को फिर से बेचने की पेशकश कर रही है। रायटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि कंपनी ने दिसंबर में लोड होने वाले बसरा मीडियम क्रूड के 10 लाख बैरल एक ग्रीक रिफाइनर को बेचे हैं। ट्रेडर्स के अनुसार, रिलायंस ने मध्य पूर्वी कार्गो को आधिकारिक मूल्यों से कम कीमत पर बेचने की पेशकश की। उनका कहना है कि माल ढुलाई की लागत बढ़ने और क्रूड उत्पादकों के इस महीने दाम घटाने के कारण रिलायंस के लिए मध्य पूर्वी कच्चे तेल को फिर से मुनाफे पर बेचना मुश्किल होगा।