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रियल एस्टेट डेवलपर्स के लिए खुशखबरी, 10 फीसदी तक बढ़ सकती है घरो की मांग

आने वाले समय में रियल एस्टेट डेवलपर्स को चालू वित्त वर्ष में 8 से 10 फीसदी से अधिक बिक्री की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा कि मांग में यह बढ़ोतरी ब्याज दरों में बढ़ोतरी और बढ़ती घर की कीमतों के बीच हुई है। आवासीय अचल संपत्ति की मांग स्वस्थ आर्थिक विकास और हाइब्रिड वर्किंग मॉडल की वजह से बढ़ रही है।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarPublished: Wed, 21 Jun 2023 06:48 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jun 2023 06:48 PM (IST)
Good news for real estate developers, demand may increase by 10% in current financial year

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: क्रिसिल रेटिंग्स ने अपने रिपोर्ट में कहा कि बीते वित्त वर्ष में बढ़ती ब्याज दरों और घर की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद टॉप छह शहरों में आवासीय रियल एस्टेट डेवलपर्स को इस वित्तीय वर्ष में 8 से 10 फीसदी की अधिक बिक्री की उम्मीद है।

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दो वर्षों में हुई मजबूत बिक्री

क्रिसिल रेटिंग्स ने अपने रिपोर्ट में बताया कि लगातार मजबूत संग्रह और कम कर्ज का स्तर डेवलपर्स के क्रेडिट प्रोफाइल को मजबूत करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक मध्य, प्रीमियम और लक्जरी सेगमेंट में आवासीय मांग के बढ़ने से पिछले दो वित्तीय वर्षों में मजबूत बिक्री हुई है।

आपको बता दें कि क्रिसिल की यह रिपोर्ट 11 बड़े और सूचीबद्ध और 76 छोटे और मध्यम आकार के आवासीय डेवलपर्स पर आधारित है। यह रिपोर्ट रियल स्टेट डेवलपर्स के लीवरेज और क्रेडिट प्रोफाइल को मजबूत करने में मदद करती है।

इस वजह से बढ़ रही है मांग

एजेंसी के एक निदेशक अनिकेत दानी ने बताया कि आवासीय अचल संपत्ति की मांग, स्वस्थ आर्थिक विकास और हाइब्रिड वर्किंग मॉडल की वजह से विशेष रूप से बड़े और प्रीमियम आवासों के लिए बढ़ रही है।

11 बड़े और सूचीबद्ध रियाल्टारों द्वारा बिक्री पिछले वित्त वर्ष में सालाना आधार पर 50 प्रतिशत बढ़ी है जबकि क्षेत्र में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, इन डेवलपर्स के लिए उच्च वसूली (रुपये / वर्गफुट) बड़े और प्रीमियम घरों के लिए ज्यादा है।

रिपोर्ट के मुताबिक ये बड़े डेवलपर वित्तीय वर्ष 2020 में 16-17 प्रतिशत से चालू वित्त वर्ष 24 में अपनी बाजार हिस्सेदारी को 30 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्लान कर रहे हैं। बाजार हिस्सेदारी बढ़ने का कारण चालू परियोजनाओं से मजबूत बिक्री और संग्रह, बैंक वित्त और पूंजी बाजार तक आसान पहुंच और बढ़ती उपभोक्ता वरीयता की वजह से है।

किन शहरों में बढ़ी मांग?

आपको बता दें कि मैप किए गए शहरों में मुंबई महानगर क्षेत्र, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता और हैदराबाद शहरों में मांग बढ़ी है।

जो 11 बड़े और सूचीबद्ध रियाल्टार हैं उनके नाम ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, डीएलएफ, गोदरेज प्रॉपर्टीज, कोलटे-पाटिल डेवलपर्स, मैक्रोटेक डेवलपर्स, महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स, ओबेरॉय रियल्टी, प्रेस्टीज एस्टेट्स, पूर्वांकरा, सोभा और सनटेक रियल्टी हैं।

 


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