RBI MPC Meet 2024: एक बार फिर से रेपो रेट में बदलाव नहीं, रियल एस्टेट सेक्टर के दिग्गज ने दी प्रतिक्रिया
RBI MPC Meet 2024 इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर बना हुआ है। यह 11वीं बार है जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ। रेपो रेट को लेकर पहले ही बदलाव न होने की उम्मीद जताई जा रही है। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि रियल एस्टेट सेक्टर दिग्गजों ने क्या प्रतिक्रिया दी है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने तीन दिनों की बैठक के बाद रेपो रेट को एक बार फिर 6.5% पर स्थिर रखने का निर्णय लिया है। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि यह फैसला MPC के सदस्यों के बीच 4:2 के बहुमत से लिया गया। फरवरी 2023 से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आरबीआई गवर्नर ने यह भी कहा कि केंद्रीय बैंक की नीतियों का सीधा प्रभाव आम लोगों के जीवन पर पड़ता है, और प्राथमिकता महंगाई को नियंत्रित करना है।
इस निर्णय पर रियल एस्टेट सेक्टर ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखना रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक पॉजिटिव संकेत है। इससे होम लोन रेट्स स्थिर रहेंगे, जिससे बायर्स का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। मौजूदा आंकड़ों के अनुसार, होम इनक्वायरी में 12% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह बढ़ोतरी आने वाले समय में बिक्री को भी गति देगी।
अमन गुप्ता, डायरेक्टर, आरपीएस ग्रुप
संदीप मंगला, एमडी, फोर्टेशिया रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि डेवलपर्स के लिए फिक्स्ड उधार लागत एक बड़ी राहत लेकर आई है। इस कदम से न केवल प्रोजेक्ट्स की डिलीवरी टाइम में सुधार होगा, बल्कि नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने का जोश भी बढ़ेगा।
रेपो रेट में स्थिरता का सीधा असर होम लोन EMI पर पड़ेगा। इसका मतलब यह है कि कर्ज लेने वालों को अतिरिक्त बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। ये पॉलिसी आने वाले समय में रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती प्रदान करेगी।
अनुराग गोयल, डायरेक्टर, गोयल गंगा डेवलपमेंट्स
आशीष अग्रवाल, सह-संस्थापक, एंजाइम ऑफिस स्पेस के अनुसार फिक्स्ड रेट्स से डेवलपर्स की फाइनेंस की चिंताएं कम होंगी, जिससे वे अपने प्रोजेक्ट्स पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। यह कदम कमर्शियल और रेसिडेंशियल दोनों सेक्टर्स में विकास को बढ़ावा देगा।
एलसी मित्तल, डायरेक्टर, मोतिया बिल्डर्स ग्रुप के मुताबिक रेपो रेट को फिक्स रखने का निर्णय कंस्ट्रक्शन सेक्टर के लिए एक बड़ा पॉजिटिव कदम है। इससे कंस्ट्रक्शन मटीरियल की डिमांड में तेजी आएगी। RBI के ये फैसले न केवल मौजूदा मार्केट को स्थिर बनाएंगे बल्कि भविष्य में आर्थिक विकास के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार करेंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक के फैसले से रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक स्थिर वातावरण प्रदान करती है, जिससे डेवलपर्स आत्मविश्वास के साथ योजनाएं बना सकें और घर खरीदारों को अनुकूल उधारी दरों का लाभ मिल सके।
श्री प्रदीप अग्रवाल, संस्थापक एवं अध्यक्ष, सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड
गौड़ ग्रुप के सीएमडी और क्रेडाई नेशनल के चेयरमैन, मनोज गौड़ ने कहा कि हम एक बार फिर आरबीआई के रेपो रेट को स्थिर रखने के फैसले की सराहना करते हैं। यह कदम यह दिखाता है कि केंद्रीय बैंक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो अंततः रियल एस्टेट सेक्टर के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। रियल एस्टेट सेक्टर पूरे देश में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, और यह फैसला इस क्षेत्र में तेजी बनाए रखने में मदद करेगा।
आरबीआई का रेपो रेट स्थिर रखने का फैसला स्थिति को मजबूत दिखाता है, लेकिन रियल एस्टेट इंडस्ट्री को दरों में कटौती से फायदा होगा, क्योंकि रेपो रेट घर खरीदने की कीमत और लोन चुकाने के तरीके को प्रभावित करता है, जो सीधे रियल एस्टेट सेक्टर की तरक्की से जुड़ा है।
भूमिका ग्रुप के सीएमडी, उद्धव पोद्दार
एमआरजी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर, रजत गोयल के अनुसार आरबीआई द्वारा 6.5% पर रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक अहम कदम है। स्थिर कर्ज की लागत से खरीदारों का विश्वास बढ़ता है, खासकर ऐसे इलाकों में जहां लग्जरी प्रॉपर्टीज की मांग बढ़ रही है, जैसे कि गुरुग्राम।
आरबीआई ने एक बार फिर रेपो रेट को 6.50% पर स्थिर रखते हुए घर खरीदने वालों और डेवलपर्स को राहत दी है। रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है, खासकर मिड-रेंज, प्रीमियम और लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट में बढ़ती दिलचस्पी के साथ। यह सकारात्मक कदम सेक्टर की इस बढ़त को बनाए रखने में मदद करेगा और सभी संबंधित पक्षों को फायदा पहुंचाएगा।
360 रियल्टर्स के डायरेक्टर,संजीव अरोड़ा
एचसीबीएस डेवलपमेंट्स के ग्रुप मैनेजिंग डायरेक्टसर सौरभ सहारन का कहना है कि रेपो रेट को 6.5% पर बनाए रखने के आरबीआई के फैसले से हाउसिंग मार्किट में अनुकूल राइज की उम्मीद है। बढ़ते हाउसिंग एक्सपेंस के बावजूद, अन चेंज्ड होम लोन दरें संभावित होम बायर्स को राहत प्रदान करती हैं।
आरबीआई ने लगभग दो साल से रेपो रेट को 6.50% पर स्थिर रखकर बायर्स की उम्मीदों को एक बार फिर संतुष्ट किया है। हम आशा करते हैं कि रियल एस्टेट सेक्टर जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, वह जारी रहेगा। यह निर्णय बायर्स और डेवलपर्स दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा
अंसल हाउसिंग के निदेशक कुशाग्र अंसल ने कहा कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखने का फैसला रियल एस्टेट सेक्टर के लिए सराहनीय कदम है। मजबूत जीडीपी ग्रोथ और नियंत्रित महंगाई के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन शानदार बना हुआ है, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर को निरंतर सफलता की ओर बढ़ने का अवसर मिलेगा।
एस्कॉन इंफ्रा रियल्टर के एमडी नीरज शर्मा ने कहा कि आरबीआई का रेपो रेट स्थिर रखना उधारी के खर्च को आसान और समझने लायक बनाता है, जो वित्तीय स्थिरता और बाजार के भरोसे के लिए जरूरी है। यह फैसला रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बहुत अहम है, क्योंकि इससे होम लोन की दरें किफायती रहती हैं, जिससे आम लोगों के लिए घर खरीदना आसान होता है और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की मांग बढ़ती है।
आरबीआई का रेपो रेट को स्थिर रखने का निर्णय घर खरीदने के लिए किफायती लोन दरें सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण है, जो रियल एस्टेट निवेश को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है। यह कदम विशेष रूप से एनसीआर जैसे तेज़ी से बढ़ते क्षेत्रों में आवासीय मांग की मौजूदा गति को बनाए रखने में मदद करेगा।
श्री सारांश त्रेहान, मैनेजिंग डायरेक्टर, त्रेहान ग्रुप
विकास गर्ग, ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, गंगा रियल्टी का बयान कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट को स्थिर रखने का निर्णय स्वागत योग्य है, जो उम्मीदों के अनुसार है और वर्तमान आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया एक समझदारी भरा कदम है।
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